मुंबई (एएनआई)। बाॅलीवुड के दिग्गज गायक बप्पी लहरी जिनका 69 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वह 2021 से ओएसए (ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया) से जूझ रहे थे। संगीतकार का इलाज कर रहे चिकित्सक, हृदय रोग विशेषज्ञ और पल्मोनोलॉजिस्ट डॉक्टर दीपक नामजोशी ने बताया कि बप्पी लहरी ने मंगलवार रात 11:45 बजे मुंबई के क्रिटिकेयर अस्पताल में अंतिम सांस ली।

एक साल से जूझ रहे थे बीमारी से
डॉक्टर ने एक आधिकारिक बयान भी जारी किया, जिसमें 'डिस्को किंग' के स्वास्थ्य के मुद्दों के बारे में विस्तृत तरीके से बात की गई। उन्होंने कहा, "बप्पी लहरी OSA- ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया और बार-बार होने वाले सीने में संक्रमण से पीड़ित थे। इसके साथ उन्हें 29 दिनों के लिए जुहू के क्रिटिकेयर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह ठीक हो गए और 15 फरवरी को घर से छुट्टी दे दी गई। हालांकि घर पर एक दिन के बाद, उनकी तबीयत बिगड़ गई और उसे गंभीर हालत में जुहू के क्रिटिकेयर अस्पताल में वापस लाया गया और रात करीब 11.45 बजे उनकी बीमारी के कारण मौत हो गई।"

इस बार डाॅक्टर नहीं बचा पाए जान
डाॅक्टर ने बयान में आगे रहा, "वह पिछले साल कोविड संक्रमण से पीड़ित थे। उन्हें पिछले एक साल से ओएसए था। उन्हें कई मौकों पर क्रिटिकेयर अस्पताल में इलाज के तहत भर्ती कराया गया था और सभी अवसरों पर ठीक हो गए थे। मगर इस बार उनकी जान नहीं बच पाई।' 80 और 90 के दशक में बॉलीवुड में डिस्को के अग्रणी रहे बप्पी लहरी ने 'डिस्को डांसर', 'डांस डांस', 'चलते चलते' और 'नमक हलाल' जैसे गाने गाए थे।

क्या है ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया
ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया सांस संबंधी एक बीमारी है जिसमें व्यक्ति की नींद में कई बार सांस रूक-रूककर आती है। ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया तब होता है जब आपके गले के पिछले हिस्से में नरम तालू, उवुला और टॉन्सिल को सहारा देने वाली मांसपेशियां शिथिल हो जाती हैं। ये मांसपेशियां गले और जीभ की को भी सहारा देती हैं। नरम तालू से लटके हुए ऊतक के त्रिकोणीय टुकड़े को उवुला कहा जाता है। जब मांसपेशियां आराम करती हैं, तो सांस लेते समय वायुमार्ग संकरा या बंद हो जाता है। पर्याप्त हवा की कमी से रक्त में ऑक्सीजन का स्तर कम हो सकता है। इस बीच मस्तिष्क सांस लेने में असमर्थता को महसूस करता है और थोड़ी देर के लिए नींद से जगाता है ताकि व्यक्ति वायुमार्ग को फिर से खोल सके।

काफी गंभीर है ये बीमारी
मरीज वायुमार्ग खोलने के लिए कई बार नींद से जागता है। गंभीर मामलों में, यह एक घंटे में कई बार हो सकता है। रुकावट के कारण, व्यक्ति के डायाफ्राम और छाती की मांसपेशियां फेफड़ों में हवा खींचने के लिए वायुमार्ग को खोलने के लिए अधिक मेहनत करती हैं। ऐसे में व्यक्ति की सांस उथली हो जाती है, या वह कुछ देर के लिए सांस लेना बंद कर देता है और फिर जोर से झटके या हांफते हुए सांस लेता है। आमतौर पर मोटापा, सूजन वाले टॉन्सिल और यहां तक ​​कि हार्ट अटैक जैसी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया का कारण बन सकती हैं।

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