-बहू ने पुलिस को दी सूचना तो कराया गया मुक्त,

-कब्जा करने वालों पर पुलिस दर्ज कर रही एफआईआर

BAREILLY: कोतवाली थाना अंतर्गत सिविल लाइंस में मंडे दोपहर मकान के कब्जे को लेकर बुजुर्ग महिला को तीन घंटे तक अंदर कैद कर दिया गया। महिला ने किसी तरह बहू को सूचना दी तो कोतवाली पुलिस पहुंची और महिला को मुक्त कराया। कब्जा करने वाले सामान भी साथ में लेकर पहुंचे थे। पुलिस महिला की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है। पुलिस ने बलदेव राज बत्रा और बेटे विनीत को हिरासत में लिया है।

25 से 30 साथियों के साथ पहुंचे कब्जा करने

मर्सी सिंह, 88 सिविल लाइंस में रहती हैं। मर्सी ने बताया कि मंडे दोपहर करीब दो बजे वह घर के बाहर सीवर का काम करा रही थीं कि तभी कैंट निवासी बलदेव बत्रा अपने 25 से 30 साथियों के साथ पहुंचे और बोले कि नगर निगम की परमिशन के काम क्यों करा रही हो। उनके साथ में खुद को कांगे्रस नेता बताने वाली संगीता कौशल भी थीं। जिसके बाद सभी उन्हें धक्का देते हुए घर के अंदर ले गई और एक कमरे में बंद कर दिया। उसके बाद उनका सारा सामान भी उसी कमरे में कर दिया और अपना सामान अन्य कमरों में रखना शुरू कर दिया। यही नहीं मेन गेट पर प्लाई जड़वाने लगीं। उनका मोबाइल भी छीन लिया।

बोला पुलिस से भी नहीं डरते

करीब 3 घंटे बाद उन्होंने किसी तरह से बेटे को फोन किया तो उनकी बहू मोनिका सिंह आई और विरोध किया तो सभी ने उनकी बहू के साथ छेड़छाड़ की। इसके अलावा जातिसूचक शब्दों का भी इस्तेमाल किया। यही नहीं जब पुलिस बुलाने के लिए कहा तो धमकी दी कि पुलिस बुला लो वे पुलिस से नहीं डरते हैं। उन्होंने बत्रा से जान का खतरा बताया है।

1975 से चल रहा विवाद

पुलिस के मुताबिक मर्सी सिंह का मकान का विवाद 1975 से चला आ रहा है। इस मकान के असली मालिक मिस्टर हिबर थे। हिबर सिंह के सोशन दास सिंह समधी थे। हिबर ने समधी को किराये पर मकान रहने के लिए दिया था लेकिन दोनों में कुछ विवाद हो गया तो उन्होंने सोशन को मकान खाली करने के लिए कहा। जिसके बाद सोशन कोर्ट चले गए और वह केस जीत गए। उसके बाद हिबर के बेटे ने कोर्ट में केस डाला तो वह भी हार गए। अब पोते शैलेंद्र ने वर्ष 2011 में बत्रा को जमीन बेच दी। जिसका मामला भी कोर्ट में चल रहा है।

मकान पर कब्जा करने और महिला को बंधक बना लेने का आरोप है। सूचना पर महिला को मुक्त कराकर दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।

कमलेशकांत वर्मा, एसएचओ कोतवाली