- सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट नई एजेंसी को होगा हैंडओवर

- पुरानी एजेंसी के फरार होने पर नगर निगम ने शुरू की कवायद

BAREILLY: पिछले दो साल से बंद पड़े रजऊ परसपुर स्थित सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट को दोबारा शुरू करने को नगर निगम दिल्ली की एक एजेंसी से मदद लेने की तैयारी में है। प्लांट का संचालन कर रही पुरानी एजेंसी के फरार होने पर नगर निगम ने यह कोशिश शुरू की है। प्लांट को नए सिरे से चलाने और नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल, एनजीटी में चल रहे प्लांट के विवाद को सुलझाने का दिल्ली की एजेंसी ने ही नगर निगम के सामने प्रपोजल रखा है। जिसके बाद निगम ने भी पूरे मामले में दिलचस्पी दिखाई है। थर्सडे को एजेंसी के एमडी व सीईओ ने निगम में मेयर डॉ। आईएस तोमर व नगर आयुक्त शीलधर सिंह यादव समेत पार्षदों संग बैठक की। जिसके बाद नई एजेंसी को ही संचालन के लिए प्लांट हैंडओवर करने पर सहमति बनी है।

डोर टू डोर से जुड़ेगी एजेंसी

दिल्ली की एजेंसी हरी-भरी रिसाइकल्ड प्राइवेट लिमिटेड ने प्लांट का संचालन करने का प्रस्ताव निगम के सामने रखा है। एजेंसी के एमडी अमित पारसनाथ और सीईओ सुजय झा थर्सडे को दोपहर 1 बजे निगम पहुंचे। प्लांट संचालन के लिए एजेंसी की योजना शहर में चल रही डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन मुहिम से जुड़ने की है। इसके लिए एजेंसी शहर में कूड़ा उठा रही 7 एजेंसियों के साथ गठजोड़ कर शहर से रोजाना औसतन निकलने वाले 300 मीट्रिक टन कूड़े का कलेक्शन कर प्लांट में सेग्रीगेशन करेगी।

फरार एजेंसी पर रिपोर्ट

पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड, पीसीबी ने प्लांट के मानकों के अनुरूप न होने की रिपोर्ट एनजीटी में दी थी। जिसके बाद एनजीटी ने प्लांट को बंद करने के आदेश जारी किए थे। प्लांट का संचालन मुंबई की एजेंसी एकेसी प्राइवेट लिमिटेड के जिम्मे था। प्लांट बंद होने के बाद एजेंसी भी फरार हो गई। निगम की ओर से एजेंसी को कई नोटिस भेजी गई, लेकिन एजेंसी के पते पर नोटिस रिसीव तक न हुई। मेयर ने पर्यावरण अभियंता को एजेंसी को जारी की गई नोटिस की रिपोर्ट तैयार करने व शासन को भेजने के निर्देश दिए हैं।

घरों में लगेंगे एनएफसी टैग

शहर के 70 में से 47 में डोर टू डोर योजना शुरू होने के बावजूद पार्षद व पब्लिक कूड़ा न उठने की बराबर शिकायत कर रहे। ऐसे में एजेंसी ने हर घर से कूड़ा उठाए जाने की मॉनीटरिंग करने की योजना बनाई है। इसके तहत घरों में एनएफसी टैग लगाए जाएंगे। वहंी कूड़ा उठाने वाली कर्मचारी अपने हाथ में लगी स्ट्रिप को घर के बाहर लगे इन एनएफसी टैग से टच करेंगे। जिससे कूड़ा उठाने की अटेंडेंस ऑनलाइन दर्ज होगी। साथ ही घरों से उठने वाले कूड़े का पूरा डाटा भी रेगुलर दर्ज होगा। इन एनएफसी टैग की कीमत करीब 200 रुपए होगी। जिसका खर्च करार के तहत निगम या एजेंसी उठाएगी।

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