BAREILLY: कासगंज साम्प्रदायिक हिंसा के बाद डीएम आर विक्रम सिंह की फेसबुक पर पोस्ट के बाद घमासान मच गया है। पोस्ट को लेकर सरकार की बड़ी किरकरी हुई, जिसके चलते सरकार ने डीएम को जमकर फटकार भी लगाई है। यही नहीं डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने डीएम की पोस्ट को राजनैतिक बयान बताया है और उन पर एक्शन की बात कही है। माना जा रहा है कि या तो डीएम का तबादला होगा या फिर उन पर कोई सख्त एक्शन लिया जाएगा। पोस्ट पर विवाद बढ़ता देख डीएम ने पोस्ट को हटाकर माफी मांगते हुए नई पोस्ट डाल दी है। इस पोस्ट में भी हिंदू और मुस्लिमों के डीएनए को एक बताया है, जिससे फिर से विवाद खड़ा हो सकता है। डीएम की पोस्ट के राजनैतिक मायने निकलने शुरू हो गए हैं, बीजेपी नेता डीएम के विरोध में तो सपा नेता पक्ष में खड़े हो गए हैं।

 

क्यों भाई वे पाकिस्तानी हैं क्या

डीएम आर विक्रम सिंह ने संडे रात अपने फेसबुक वॉल पर एक पोस्ट डाली थी। जिसमें लिखा था कि अजब रिवाज बन गया है, मुस्लिम मोहल्लों में जबरदस्ती जुलूस ले जाओ और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाओ, क्यों भाई वे पाकिस्तानी हैं क्या? यहीं यहां बरेली में खैलम में हुआ था। फिर पथराव हुआ, मुकदमे लिखे गए। दूसरी पोस्ट में लिखा है कि चीन तो बड़ा दुश्मन है, तिरंगा लेकर चीन मुर्दाबाद क्यों नहीं? इस पोस्ट के डालने के बाद तरह-तरह के कमेंट आने शुरू हो गए थे। बीजेपी नेताओं ने सीएम को डीएम की इस पोस्ट से अवगत कराया था। जब इसकी खबरें चलनी शुरू हुई तो सरकार की किरकिरी होनी शुरू हो गई। जिसके बाद ट्यूजडे को सीएम ने डीएम को पोस्ट को लेकर जमकर फटकार लगाई। वहीं दिल्ली में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने डीएम पर कार्रवाई का बयान दे दिया। जिसके बाद डीएम को पोस्ट हटानी पड़ी और माफी मांगते हुए नई पोस्ट डाली।

 

माफी वाले पोस्ट में डीएनए की बात

हमारी पोस्ट बरेली में कांवर यात्रा के दौरान आई लॉ एंड आर्डर की समस्या से संबंधित थी। आई हैड होप्ड देयर विल बी एकेडमिक डिसकशन बट अनफोरचुनेटली इट हैड टेकेन डिफरेंट टर्न, एक्ट्रीमली सैड। हम आपस में चर्चा इसलिए करते हैं कि हम बेहतर हो सकें। ऐसा लगता है कि इससे बहुत से लोगों को आपत्ति भी है और तकलीफ भी। हमारी मंशा कोई कष्ट देने की नहीं थी। साम्प्रदायिक माहौल सुधारना प्रशासनिक और नैतिक जिम्मेदारी है हम लोगों की। हमारे मुस्लिम हमारे भाई हैं, हमारे ही रक्त, डीएनए एक ही है हमारा। हमें उन्हें वापस लाना नहीं आया। इस पर फिर कभी एकीकरण व समरसता के भाव को जितनी जल्दी हम समझें उतना बेहतर है, देश के लिए, हमारे प्रदेश, हमारे जनपद के लिए। पाकिस्तान शत्रु है, इसमें कोई संदेह नहीं है, हमारे मुस्लिम हमारे हैं। इसमें भी कोई संदेह नहीं। मैं चाहता हूं यह विवाद खत्म हो। आई डू अपोलाइज इफ अवर फ्रेंडस न ब्रदर्स आर पेन्ड विकज ऑफ मी। इस पर एक हजार से अधिक लाइक और एक हजार से अधिक कमेंट आ चुके हैं और सवा सौ से अधिक लोग इसे शेयर कर चुके हैं।

 

फेसबुक कमेंट-

 

सर आप लिखते रहो जीत सच की होती है- तहजिबुल हुसैन

 

वीजा भी बनवाया जाता है, उन मोहल्लों में जाने के लिए-शशांक ए कौशिक

 

गजब सोच एक तरफ की, क्या बात, भगवान भोले नाथ- रोहित पाठक

 

एक जिला अधिकारी किस मुश्किल परिस्थितियों से गुजर रहा होगा, आप अंदाजा लगा सकते हैं-मोहम्मद शाहदाब

 

आप --- विरोध में ही लिखते हैं और प्रशासन में होने के बाद भी पीएम के लिए अशोभनीय टिप्पणी लिखते हो, नौकरी से त्यागपत्र दे दो-आशुतोष दीक्षित

 

डीएम का काम होता है, लोगों को संरक्षण करना और राजनीति कर रहे हो-शुभम जैन

 

सच मत बोलो नहीं तो देशद्रोही और गद्दार का मुकदमा चल जाएगा-शहमा खान

 

वो न हमारा है, न तुम्हारा है सच्चाई का है, उस पर आपत्ति उठाने वाले सच्चाई को दबाना चाहते हैं-शोएब मलिक

 

डीएम का बयान प्रशंसनीय है, जो हालात हैं, उसका दर्द बयां किया है। ऐसे हालात बीजेपी ने बना दिए हैं, देश साम्प्रदायिकता की ओर जा रहा है, जबकि हमारे संविधान में धर्म-निरपेक्ष की बात लिखी गई है।

शुभलेश यादव, सपा जिलाध्यक्ष

 

बीजेपी नेता का वर्जन-

 

सबकुछ खत्म नहीं हुआ है। मैंने डीएम की पोस्ट पढ़ी है। ऐसे बयान करने वाले जब तक हैं, तब तक सेक्युलरिज्म है। ऐसे बहुत अफसर होंगे जो इसी अंदाज में सोचते होंगे। कुछ ताकतें हैं जो देश को बांटना चाहती हैं।

मौलाना तौकीर रजा, आईएमसी अध्यक्ष