-एकेटीयू सामान्य और ओबीसी के कैंडिडेट्स को 20 हजार और एससी-एसटी के कैंडिडेट्स को 15 हजार का ड्राफ्ट जमा करने को कहा

-लास्ट ईयर 500 रुपए का ड्राफ्ट होता था जमा

BAREILLY

एकेटीयू द्वारा ऐन मौके पर बढ़ाई गई ड्राफ्ट की राशि का असर काउंसलिंग पर पड़ रहा है। कैंडिडेट्स काउंसलिंग कराने के लिए सेंटर्स पर नहीं पहुंच रहे हैं। सेंटर्स पर सन्नाटा पसरा हुआ है। दूसरे दिन भी 30 फीसदी कैंडिडेट्स ही काउंसलिंग कराने पहुंचे। को-ऑर्डीनेटर्स ने बताया लास्ट ईयर तक एकेटीयू काउंसलिंग के वक्त कैंडिडेट्स से 500 का ड्राफ्ट लेती थी, लेकिन इस बार उसने ड्राफ्ट की राशि बढ़ा दी है।

नहीं चढ़ा काउंसलिंग का खुमार

फ्राइडे से बरेली के केसीएमटी, सिद्धि विनायक, एसआरएमएस वूमेन कॉलेज और फ्यूचर कॉलेज में एकेटीयू के एडमिशन की प्रक्रिया शुरू हो गई। लेकिन तीन दिन का समय बीतने के बाद भी एकेटीयू के एडमिशन का खुमार कैंडिडेट्स के सिर नहीं चढ़ रहा है। क्योंकि यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने बीटेक, एमबीए आदि कोर्सेस की फीस चुपके से बढ़ा दी। उसने एंट्रेस एग्जाम पास करने वाले जनरल और ओबीसी कैंडिडेट्स को 15 हजार और एससी-एसटी के कैंडिडेट्स को 10 हजार का ड्राफ्ट काउंसलिंग सेंटर पर जमा करने का एड जारी किया। लेकिन काउंसलिंग सेंटर्स को भेजी गई गाइडलाइन में उसने बढ़ी फीस वसूलने के निर्देश दिए हैं। एकेटीयू एडमिनिस्ट्रेशन ने जनरल, ओबीसी के कैंडिडेट्स को 20 हजार और एससी-एसटी कैंडिडेट्स से 12 हजार का ड्राफ्ट जमा कराने को कहा है। एकेटीयू के इस फैसले ने कैंडिडेट्स के कदम थमा दिए हैं। वह काउंसलिंग कराने के लिए नहीं आ रहा हैं। सैटरडे को यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने एक से चार हजार रैंक वाले कैंडिडेट्स काउंसलिंग के लिए बुलाए थे, लेकिन केवल 25 फीसदी कैंडिड्ेंटस ने कॉलेज लॉक किए और काउंसलिंग कराई। वहीं, संडे को 4001 से 10 हजार की रैंक वाले कैंडिडेट्स को काउंसलिंग के लिए बुलाया गया था, लेकिन 30 फीसदी कैंडिडेट्स काउंसलिंग के लिए पहुंचे। काउंसलिंग को-ऑर्डीनेटर अजीत प्रताप ने बताया एकेटीयू द्वारा अचानक ड्राफ्ट राशि की धनराशि बढ़ाने से यह असर पड़ रहा है।