-आई नेक्स्ट ने पड़ोसी और सेफ्टी सब्जेक्ट पर कराया पैनल डिसक्शन

- सिक्योरिटी गार्ड, नौकर और किराएदार का जरूर कराएं वेरीफिकेशन

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BAREILLY : शहर में दिन ब दिन बढ़ते क्राइम पर कैसे कंट्रोल किया जाए। इसको मद्देनजर रखते हुए फ्राइडे को आई नेक्स्ट ने पैनल डिसक्शन आर्गनाइज किया। पैनल डिसक्शन में पड़ोसी और सुरक्षा विषय पर शहर के लोगों ने बड़े ही बेबाक तरीके से अपनी राय रखी। पैनल डिसक्शन में शामिल हुए बरेलिंयस ने कहा कि काफी हद तक क्राइम को हम खुद अवेयर होकर रोक सकते हैं। इस दौरान क्राइम के लिए लोगों कई कहीं न कहीं सीरियल्स को भी जिम्मेदार माना।

मोहल्ले की अपेक्षा कॉलोनी में अधिक वारदातें हो रही हैं, इसका सबसे बड़ा कारण ऐज फैक्टर है। कॉलोनी का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाना चाहिए, जिससे लोग एक दूसरे से टच में रह सकते हैं।

सोनू शर्मा, जिलाध्यक्ष पश्चिम उद्योग संयुक्त व्यापार मंडल

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जब भी किसी अजनबी को कॉलोनी में देखे तो तुरंत उसके बारे में जानकारी लें। इसके लिए बिल्कुल ये नहीं समझना चाहिए कि हमारी जिम्मेदारी नहीं है। संदिग्ध लगने पर तुरंत पुलिस को सूचना देना चाहिए।

बाबूराम, जूडो-कराटे कोच

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सौ रिश्तेदारों से बढ़कर एक पड़ोसी होता है। आज के मॉडल दौर में हम अपनी कल्चर को काफी पीछे छोड़ चुके हैं। हमें हर चीज को पैकेज की तराजू में नहीं तोलना चाहिए। हमें पड़ोसियों से हमेशा मिलजुलकर रहना चाहिए।

राजेश सिंह यादव, एडवोकेट

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कॉलोनी में सुरक्षा के लिए लगाए गए सुरक्षा गार्ड का भी वेरीफिकेशन होना चाहिए, सीसीटीवी कैमरे भी लगवाने चाहिए। इसके साथ हमें अपने पड़ोसियों के साथ अच्छा व्यवहार रखना चाहिए।

फहीमा यासमीन, प्रेसिडेंट एकता एजुकेशनल सोसायटी

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आए दिन बढ़ते अपराधों को कहीं न कहीं कानून व्यवस्था भी जिम्मेदार है। जिससे अपराधों को बढ़ावा मिलता है। कॉलोनी में रहने वाले लोग कहीं अपने स्टेटस को या अन्य कारणों को लेकर एक दूसरे से मतलब कम ही रखते हैं।

सैय्यद शारिक अली, प्रेसिडेंट आम आवाज आर्गनाइजेशन

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बड़ी और पॉश कालोनी को बदमाश अधिक निशाना बनाते हैं। इसके लिए हम सभी को सुरक्षा के प्रति अवेयर रहना चाहिए। सबसे पहले हम खुद अच्छे बने तब हमारा पड़ोसी खुद ही अच्छा बनेगा।

चन्द्रपाल गुप्ता, साेशल वर्कर

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टीवी पर इस समय चल रहे क्राइम पेट्रोल आदि नाटक देखकर नई पीढ़ी पर गलत इफेक्ट पड़ रहा है। अपराधी भी आए दिन फिल्मी स्टाइल में वारदातों को अंजाम दे रहे हैं इसके लिए कहीं न कहीं टीवी से भी इसे बढ़ावा मिला है।

अमित खण्डेलवाल, एक्स बैंक मैनेजर बीआेबी ग्रामीण

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कालोनी में अधिक गेट नहीं होना चाहिए। जिससे यह पता नहीं लग पाता कि कौन सा गेट खुला है और कौन से गेट बंद है। कॉलोनी के गेट पर सुरक्षा गार्ड और सीसीटीवी कैमरे जरूर लगा होना चाहिए।

अमित अग्रवाल, आईसीओ सिविल डिफेंस क्यूआरटी

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बरेली में कम्युनिटी पुलीसिंग अभी स्टार्ट नहीं है। कई बार देखा जाता है चीता मोबाइल गश्त तो करती है लेकिन उसे यह नहीं पता होता है कि उसकी बीट क्या है। लोगों को चाहिए कि वह सुरक्षा गार्ड, नौकर और किराएदार का वेरीफिकेशन जरूर कराएं।

श्याम कृष्ण, सिविल डिफेंस क्यूआरटी

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कालोनी के सभी गेट पर सीसीटीवी कैमरा और गार्ड लगाए जाएं। गार्ड को भी अपनी डयूटी ईमानदारी से करना चाहिए। इसके साथ रात में लोगों को अपने घर के आगे रोशनी की भी व्यवस्था रख्ानी चाहिए।

फाहत खान, अमन आवाज अार्गनाइजेशन

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हम सभी को समाजिक सरोकार पर ध्यान देना चाहिए, साथ ही पड़ोसी से तालमेल बनाकर रखना चाहिए। कालोनी में तो लोगों को पुलिस से अधिक पड़ोसी की मदद लेनी चाहिए।

मंजीत सिंह, सिविल डिफेंस क्यूआरटी

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सभी लोगों को चाहिए कि वह कंट्रोल रूम नम्बर के साथ-साथ अपने क्षेत्र के थाना चौकी आदि का नम्बर जरूर रखे। जिससे कोई भी समस्या होने पर तुंरत सूचना दी जा सके। पुलिस हमेशा लोगों की समस्या सुनने और समाधान के लिए तैयार रहती है।

रामगोपाल शर्मा, प्रभारी निरीक्षक इज्जतनगर

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हम सभी लोगों को कॉलोनी में सुरक्षा बढ़ाने के साथ कमेटी बनानी चाहिए। कमेटी की एक माह में एक बार मीटिंग होनी चाहिए। जिससे एक दूसरे की समस्या को सुना जा सके और सभी एक दूसरे को ठीक से पहचान सके।

दानिश अली, डिस्ट्रिक्ट प्रेसिडेंट अमन आवाज आर्गनाइजेशन

इनसे बरतें सावधानी

-घर में किसी अजनवी व्यक्ति को एंट्री नहीं दे।

-नौकर, गार्ड और किराएदार रखने से पहले वेरीफिकेशन जरूर कराएं।

-प्लम्बर, मकैनिक विश्वासनीय होने पर ही घर के अन्दर बुलाएं।

-अजनवी व्यक्ति कालोनी में दिखे तो उससे पूछताछ जरूर करें।

-घर के बाहर रात को रोशनी ऑफ न करें।