- क्रॉस जांच करने गई टीम को भी कई अपात्र मिले

- तहसीलदार, बीडीओ समेत कई अधिकारी मामले में फंस रहे

BAREILLY: बसंतपुर गांव में लोहिया आवास अपात्रों को बांटे जाने की क्रॉस जांच करने गई टीम को अपात्रों को पात्र बनाए जाने के सुबूत मिले हैं। हालांकि, अभी फाइनल रिपोर्ट नहीं बनी है लेकिन इस मामले में तहसीलदार, बीडीओ समेत कई अधिकारी फंस रहे हैं। क्योंकि आवासों के लाभार्थियों का चयन इन्हीं के स्तर से होती है। बता दें कि 1955 में बाढ़ से प्रभावित मझगवां ब्लाक के गांव बसंतपुर को मुख्यमंत्री ने लोहिया आवास देने के निर्देश दिए थे। निर्देश पर पात्रों का चयन हुआ। लेकिन रकम जारी होने से पहले ही फर्जीवाड़ा के आरोप लगे।

अधिकारी लौटे खाली हाथ

आरोपों की जांच एसडीएम आंवला ने की। जांच में 59 में से 42 अपात्र मिले थे। लेकिन आलाधिकारियों ने रिपोर्ट खारिज कर दी। इसके बाद वह खुद निरीक्षण करने पहुंचे और उन्होंने क्लीन चिट दे दी। इसके बाद आईनेक्स्ट ने नांद की ईटों का फर्जीवाड़ा प्रकाशित किया तो एक बार फिर अधिकारी पहुंचे। सूत्रों के मुताबिक आरोप सही पाए गए। लेकिन कार्रवाई करने के बजाय टीम गठित कर दी। जिसकी रिपोर्ट पर कार्रवाई होगी। आरोप है कि अधिकारी मामले को दबाने में जुटे हैं। पीडी साहित्य प्रकाश मिश्र के मुताबिक गांव की नए सिरे से पात्रता सूची तैयार होगी। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई भी होगी।