वर्षो पुराने विवाद को खत्म करने के लिए बरेलवियों ने बनाया मुफ्तियों का पैनल

>BAREILLY: बरेलवी मसलक की आला हजरत दरगाह ने देवबंदी-बरेलवी विवाद को खत्म करने के लिए पहल की है। इसके तहत बरेलवी मुफ्तियों का एक पैनल गठित किया गया है। साथ ही उनकी तरफ से यह उम्मीद जताई है कि देवबंदी भी एक पैनल बनाएंगे, जिसमें दोनों मसलकों के आलिम वर्षो पुराने मतभेद को खत्म करने का प्रयास करेंगे।

क्यों उठी इत्तेहाद की बात

मालूम हो कि पिछले दिनों नबीर-ए-आला हजरत मौलाना तौकीर रजा के देवबंद जाने से बरेली में काफी विवाद हुआ था। मौलाना तौकीर रजा के इस कदम से जहां उन्हें बायकाट करने तक बात कही गई। वहीं मौलाना तौकीर रजा के देवबंद जाने और इत्तेहाद को देवबंद मसलक के लोगों ने भी वक्त की जरूरत बताया था। इसी सिलसिले में सैटरडे को दारूल उलूम देवबंद के मुबल्लिग सैयद मो। राशिद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मौलाना तौकरी रजा के फैसले की तारीफ की थी। कहा था कि इस वक्त के जो मौजूदा हालात है उसमें सभी मुसलमानों को एक होने जरूरत है।

बिना हल निकले इत्तेहाद नहीं

सैटरडे को दारूल उलूम देवबंद के मोबल्लिग सैयद मो। राशिद के यह कहने पर कि इत्तिहाद वक्त की जरूरत है। इस पर दरगाह की ओर से जारी प्रेस नोट में कहा गया कि इत्तेहाद तभी हो सकता है कि जब देवबंद आलिमों की तरफ से की गई खुदा और रसूल की शान में गुस्ताखी मसले पर कोई हल निकले। कहा गया कि इसके लिए दोनों मसलकों के आलिमों का पैनल बने जो आपस में बातचीत करे और यह तय हो कि देवबंदी आलिमों ने अल्लाह और रसूल की शान में गुस्ताखी की या नहीं। फिर जो फैसला आए आवाम में आम किया जाए। वहीं इस कड़ी में दरगाह की तरफ से पैनल भी गठित कर दिया गया। जिसमें मौलाना मुख्तार अहमद कादरी, मौलाना सगीर अहमद जोखनपुरी, मौलाना हनीफ खां रजवी, मुफ्ती शमशाद हुसैन रजवी, मौलाना मो। आकिल रजवी, मौलाना अब्दुस्सत्तार हम्दानी, मौलाना अफजाल अहमद रजवी, मुफ्ती मो। सलीम नूरी, मुफ्ती अफरोज आलम नूरी, मुफ्ती मुतीउर रहमान, मौलाना सगीर अख्तर शाि1मल हैं।

पहले दिए जा चुके हैं जवाब

दारूल उलूम देवबंद के मुबल्लिग सैयद राशिद ने कहा कि इस मसले पर पहले ही जवाब दिया जा चुका है। बरेलवी इत्तेहाद करना ही नहीं चाहते हैं। बरेलवी जिन गुस्ताखी की बात कह रहे हैं। ऐसा कुछ हुआ ही नहीं है। ये सिर्फ उनकी गलतफहमी है।