- पिछले वर्ष मंडल में सबसे अधिक केस बरेली में मिले थे डेंगू

- हेल्थ डिपार्टमेंट ने शहर में अभियान चलाने को गठित की टीमें

बरेली : कोरोना संकट के बीच बरेलियंस के सिर पर एक और खतरा मंडरा रहा है। मच्छरों की भरमार के चलते डेंगू का डर भी लोगों को सता रहा है। वहीं पिछले माह से अब तक सैकड़ों लोगों में मलेरिया की पुष्टि हो चुकी है। हालांकि सैटरडे को इंटरनेशनल डेंगू डे के दौरान सीएमओ के आदेश पर शहर में डेंगू के प्रकोप को रोकने के लिए टीमों को गठन कर दिया गया है, जो कि नियमित रूप से शहर के हर वार्ड में डोर टू डोर जाकर लोगों को डेंगू और मलेरिया के प्रति जागरुक करेंगे।

पिछले साल 110 मरीजों में डेंगू की पुष्टि

डेंगू मच्छर साफ पानी में पनपता है। अक्सर लोग अपने घरों में छतों पर पक्षियों के पालतू जानवरों के लिए बर्तन में पानी भरकर रखे देते हैं। वहीं कूलर में पानी भरकर भूल जाते हैं ऐसा करना ही डेंगू को दावत देना होता है। हेल्थ विभाग के आंकड़ों की बात करें तो पिछले साल पूरे मंडल में सबसे ज्यादा 110 केस बरेली डिस्ट्रिक्ट में मिले थे। इसलिए सावधानी रखना जरुरी है।

600 में मलेरिया की पुष्टि

हालांकि अभी डेंगू का कोई केस शहर में सामने नहीं आया है लेकिन मलेरिया ने अपने पांव पसारना शुरू कर दिया है। पिछले दो माह में 600 से अधिक मरीजों में मलेरिया की पुष्टि हो चुकी है जिसमें मलेरिया पीबी और पीएफ दोनों के केस शामिल हैं वहीं पिछले साल 30 हजार से अधिक मलेरिया के केस पूरे डिस्ट्रिक्ट में मिले थे।

यह है डेंगू के लक्षण

- ठंड लगने के बाद तेज फीवर आना

- सिर, मसल्स, जोड़ो में दर्द होना

- भूख न लगना

- बहुत अधिक कमजोरी लगना

- जी मिचलाना, मुंह का स्वाद खराब होना

कैसे करें बचाव

- घर की छतों पर रखे पुराने टायर आदि में पानी जमा न होने दें

- कूलर और फ्रिज की ट्रे का रोजाना साफ करें

- फीवर आने पर डॉक्टर से संपर्क करें

वर्जन

डेंगू का प्रकोप कम करने के लिए टीमों का गठन कर दिया गया है। वहीं लक्षण और बचाव के लिए एडवाइजरी भी जारी कर दी गई है। टीमें घर-घर जाकर लोगों को डेंगू से बचाव के प्रति अवेयर करेंगी।

डॉ। विनीत कुमार शुक्ला, सीएमओ।