-नूतन को रिवाल्वर से मारी गईं पांच गोलियां, रिश्ते का चाचा नामजद

-आगरा के बरहन क्षेत्र की रहने वाली थीं, एक साल से थी तैनाती

एटा। महिला थाने के पीछे बने स्टाफ क्वार्टर में रह रहीं सहायक अभियोजन अधिकारी नूतन यादव को रात में गोलियों से भून दिया गया। उन्हें पांच गोलियां मारी गई। भाई ने रिश्ते के चाचा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। हत्यारोपित की तलाश की जा रही है।

मूल रूप से आगरा जिले के बरहन थाना क्षेत्र के खुशालपुर निवासी नूतन यादव (30 वर्ष) उर्फ डौली एटा में एक साल से सहायक अभियोजन अधिकारी थीं। अविवाहित नूतन की तैनाती जलेसर कोर्ट में थी। शहर के आगरा रोड स्थित महिला थाने के पीछे स्टाफ क्वार्टर में वे रहती थीं। मंगलवार सुबह नौकरानी संगीता घर पर पहुंची तो बैड पर नूतन का शव देख चीख पड़ी। उसने बाहर आकर शोर मचाया। नूतन का चेहरा गोलियों से छलनी हो गया था, जबकि एक गोली सीने में मारी गई थी।

थोड़ी ही देर में एसएसपी स्वप्निल ममगाईं पहुंच गए। छानबीन में पुलिस को मौके से रिवाल्वर के पांच खोखे मिले। पुलिस को पड़ोसियों से जानकारी मिली कि सोमवार रात खुशालपुर का ही रहने वाला धनपाल (46) उर्फ धन्नू आया था, जो रिश्ते में नूतन का चाचा लगता है। धन्नू चूंकि अक्सर आता रहता था इसलिए पड़ोसी उसे पहचानते थे। पड़ोसियों ने फाय¨रग की आवाज सुनने से इन्कार कर दिया।

खबर मिलते ही नूतन के परिवारीजन भी आ गए। नूतन के भाई राघवेंद्र ने धनपाल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। एसएसपी स्वप्निल ममगाई ने बताया कि आरोपित के ठिकानों पर दबिश दी गई पर वह नहीं मिला। आइजी डा। प्री¨तदर सिंह भी घटनास्थल पर पहुंचे और मौके का जायजा लिया।

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रात को बहन से हुई थी बात

मृतक नूतन की बहन पूनम ने पुलिस को बताया कि नूतन के साथ उनका छोटा भाई राघवेंद्र भी रहता था मगर एक दिन पहले वह गांव चला गया था। सोमवार रात को उनकी नूतन से बात हुई थी, तब उन्होंने गांव से भाई को एटा भेजने के लिए कहा था।

गांव की अनोखी पहचान थी नूतन, युवा थे प्रभावित

बरहन। जिला एटा में निर्मम हत्या का शिकार हुई नूतन यादव उर्फ डौली गांव के लिए आदर्श बन चुकी थी। क्षेत्र में कोई भी इस पद पर तैनात नहीं है। हर कोई यह चाहता था वह भी नूतन की तरह एक अधिकारी बने। नूतन की प्रारंभिक शिक्षा गांव से 15 किलोमीटर दूर टूंडला स्थित राजकीय विद्यालय से हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की। नूतन ने ग्रेजुएशन बैकुंठी देवी और एलएलएम आगरा कॉलेज से पास की थी। नूतन की शुरुआत से रुचि पढ़ने में थी। वह एक अधिकारी बनना चाहती थी। परिवारीजनों ने भी पूरा सहयोग किया और उसे सिविल सर्विसेज की तैयारी करने के लिए 3 वर्ष पूर्व दिल्ली भेज दिया। जहां करीब डेढ़ वर्ष पूर्व नूतन का चयन सहायक अभियोजन अधिकारी के रूप में जिला एटा की जलेसर कोर्ट में हो गया। जैसे ही ग्रामीणों को मंगलवार सुबह सूचना मिली कि नूतन उर्फ डोली की हत्या कर दी है गांव में कोहराम मच गया समूचे गांव में सन्नाटा फैल गया।

तीसरे नंबर की थी नूतन यादव

नूतन यादव की दो बहन और दो भाई हैं। वह बहनों में तीसरे की थी। सबसे बड़ी नीलम विवाहित जबकि दूसरी पूनम यादव शिक्षामित्र है। गांव के प्राथमिक विद्यालय खुशहालपुर में ही तैनात है। अविवाहित है। तीसरी नूतन यादव मृतक व दो भाई मानवेन्द्र उर्फ धनजू विवाहित व राघवेन्द्र उर्फ लालू अविवाहित हैं।