-बीसीबी में तलाशी के दौरान पकड़े गए 16 स्टूडेंट्स, एक के पास मिला मोबाइल

BAREILLY :

आमतौर पर हिन्दी को अन्य विषयों के मुकाबले थोड़ा आसान समझा जाता है। इसलिए ही परीक्षा से पहले ज्यादातर स्टूडेंट्स हिन्दी की बजाय अन्य विषयों को तैयारी में प्राथमिकता देते नजर आते हैं, लेकिन तैयारी न हो तो आसान समझा जाने वाला हिन्दी विषय भी पास होने में चुनौती बन जाता है।

हिन्दी सब्जेक्ट की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बीसीबी में चल रहे एग्जाम में सैटरडे को16 स्टूडेंट्स हाथ पर हिन्दी परीक्षा के जवाब लिखकर लाए थे। परीक्षा से पहले होने वाली तलाशी में इन स्टूडेंट्स को हाथ में लिखे आंसर समेत पकड़ा गया।

हाथ धुलवाकर कराया एग्जाम

स्कीम के मुताबिक बीए के स्टूडेंट्स दूसरी पाली में हिन्दी का एग्जाम देने बीसीबी पहुंचे। प्रिंसिपल ऑफिस के पास प्रोफेसर्स स्टूडेंट्स की तलाशी ले रहे थे। इस दौरान छह स्टूडेंट्स के हाथ पर आंसर लिखा हुआ मिला। वहीं एक के पास मोबाइल मिला, जबकि एक अन्य के एडमिट कार्ड पर आंसर लिखा था। इसके अलावा बाकी के स्टूडेंट्स के पास से नकल की पर्ची बरामद की गई। तलाशी में लगे प्रोफेसर्स ने मोबाइल जब्त कर लिया। वहीं, स्टूडेंट्स के हाथ धुलवाकर उन्हें एग्जाम में शामिल होने दिया।

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बदला था एग्जाम शेड्यूल

तीन मई को बीएड एंट्रेस एग्जाम के चलते आरयू ने मेन एग्जाम की स्कीम में फेरबदल किया था। आरयू ने दो मई को पहली पाली में होने वाले बीए संस्कृत का फ‌र्स्ट पेपर, बीए टीटीएम का सेकेंड पेपर, दूसरी पाली के बीए सेकंड ईयर के हिन्दी साहित्य के सेकंड और तीसरी पाली के बीए थर्ड ईयर के संस्कृत के फ‌र्स्ट पेपर और टीटीएम के फ‌र्स्ट पेपर को 13 मई को शिफ्ट कर दिया था। इसके अलावा तीन मई को होने वाले डिफेंस स्टडीज के, बीए हिस्ट्री और बीए एजुकेशन और बीए फिलॉसफी के पेपर को संशोधित कर 15 मई को कर दिया।