- प्राथमिकी दर्ज, वैशाली के सहदेई बुजुर्ग में क्वारंटाइन सेंटर से सभी 17 लोग भाग निकले

SIWAN/VAISHALI : कोरोना संदिग्ध लोगों को क्वारंटाइन सेंटर रास नहीं आ रहे। इसका कारण बदइंतजामी और इस बीमारी की गंभीरता को न समझना है। सीवान के रघुनाथपुर प्रखंड के राजपुर गांव में क्वारंटाइन सेंटर में रखे गए लोगों ने शनिवार की शाम प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) और अन्य कर्मचारियों पर हमला बोल दिया। सरकारी गाड़ी और बाइक को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया। लोगों द्वारा पथराव किया गया जिसमें कई लोग जख्मी हो गए। क्वारंटाइन सेंटर में रखी टेबुल-कुर्सी तोड़ दी गई। इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। वहीं वैशाली के सहदेई बुजुर्ग प्रखंड की नयागांव पश्चिमी पंचायत में क्वारंटाइन सेंटर से सभी 17 लोग भाग गए।

घर जाने का बना रहे थे दबाव

सीवान की घटना में बीडीओ किसी तरह जान बचाकर भागे। भागने के क्रम में उन्हें चोट भी लगी। कई अन्य कर्मी भी घायल हुए। स्थानीय अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। राजपुर गांव में बने क्वारंटाइन सेंटर में सुमित कुमार, राहुल कुमार, अंकित कुमार और श्रीराम साह को रखा गया था। शनिवार की शाम सेंटर पर सरकारी कर्मी डाटा संग्रह करने गए थे। सेंटर का कमरा अंदर से बंद था। कर्मियों ने खोलने को कहा तो चारों ने इन्कार कर दिया। बीडीओ पहुंचे तो हमला कर दिया। स्कूल कैंपस में रखे ईंट-पत्थर फेंकने लगे। एक किशोर के हाथ में गंभीर चोटें आईं। पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर चारों को क्वारंटाइन सेंटर में ही अभिरक्षा में रखा है। बीडीओ संतोष कुमार मिश्रा ने बताया कि चारों घर जाने का दबाव बना रहे हैं जबकि उन्हें 14 दिनों तक वहां रहना है।

वैशाली से 17 लोग भागे

उधर, वैशाली जिले के सहदेई बुजुर्ग प्रखंड की नयागांव पश्चिमी पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय गनियारी में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में शनिवार को रखे गए सभी 17 लोग भाग निकले। सेंटर पर नयागांव पश्चिमी पंचायत के 17 लोग जो उत्तर प्रदेश के देवरिया से आए थे, को रखा गया था। जिस वक्त ये सेंटर पर पहुंचे थे, वहां मूलभूत व्यवस्था नहीं थी। इंतजाम किया जा रहा था कि सभी चकमा देकर फरार हो गए। मुखिया रीता देवी ने बताया कि प्रशासन द्वारा भोजन आदि की व्यवस्था कर दी गई थी, लेकिन ये लोग फरार हो गए।