- 40 हजार से ज्यादा डिस्ट्रिक्ट में आने वाले प्रवासियों का नहीं कोई रिकॉर्ड

-15 केस कोरोना के मिले हैं डिस्ट्रिक्ट में अभी तक

-हेल्थ डिपार्टमेंट ने की दूसरे डिस्ट्रिक्ट से आने वालों की सूचना देने की अपील

- बाहर से आने वालों संक्रमितों की वजह से डिस्ट्रिक्ट में पांव पसार रहा कोविड-19

बरेली: कोराना से बचना है तो पड़ोसियों को जगना होगा, यह कोई जुमला नहीं बल्कि हकीकत है क्योंकि शहर की बात करें अभी तक ज्यादातर कोरोना पॉजिटिव केस दूसरे डिस्ट्रिक्ट्र से आने वाले ही हैं। ऐसे में हेल्थ डिपार्टमेंट ने लोगों से अपील की है कि बाहर आने वालों को लेकर लोग चौकन्ने रहे। अगर कोई भी दूसरे डिस्ट्रिक्ट का उनके मोहल्ले, कॉलोनी और गांव में आता है तो वे जिम्मेदार नागरिक होने के नाते फौरन उसकी सूचना हेल्थ डिपार्टमेंट को दें जिससे उसकी स्क्रीनिंग की जा सके। इससे संक्रमितों को ट्रेस करने में आसानी होगी। साथ ही उनकी हेल्प से कोरोना रोकने में प्रशासन के लिए भी काफी हेल्पफुल होगा।

ऐसे शुरू हुआ सिलसिला

एसीएमओ डॉ। रंजन गौतम ने बताया कि कोरोना वायरस का फैलाव संक्रमित के संपर्क में आने से होता है। 29 मार्च से पहले जिले में संक्रमण का एक भी मामला नहीं था। नोएडा सीजफायर कंपनी में काम करने वाले सुभाषनगर के संक्रमित युवक ने परिवार के पांच लोगों को भी संक्रमित किया। इसके बाद रामनगर शहबाजपुर सिपल्ली में मुंबई से वापस आए युवक में संक्रमण की पुष्टि हुई। वहीं, अब रामनगर सिरौली, मीरगंज में भी मुंबई से वापस आए युवक संक्रमित मिले हैं। जिनके संपर्क में आने से रामनगर के युवक के बुजुर्ग पिता भी संक्रमित हुए हैं। बिहारीपुर करोलान का संकमित युवक भी मुंबई से वापस आया है। इसलिए सचेत रहना जरुरी है।

गोपनीय रहेगी डिटेल्स

एक्टिव सर्विलांस यूनिट के सदस्यों के मुताबिक संवेदनशील राज्यों से तमाम लोग वापस आए हैं और आने का दौर जारी है। ऐसे में कई लोग संक्रमण की जानकारी के बावत जांच आदि कराने से बचने के लिए छिप रहे हैं। वहीं, उनकी जानकारी देने पर मनमुटाव और तकरार होने की भी आशंका है। सर्विलांस यूनिट के मुताबिक जानकारी देने पर परिस्थितियां प्रतिकूल न हों, इसलिए संबंधित व्यक्ति का नाम, पता आदि गोपनीय रखा जाएगा।

इतने लोग हुए क्वारंटाइन

38021- रूरल एरिया

778- अर्बन एरिया

1181 - इंस्टीट्यूशनल और होम

संवेदनशील जिले या राज्य से बरेली वापस आने वाले परिवार और समाज की सुरक्षा के बाबत जिम्मेदार नागरिक की तरह अपनी स्क्री¨नग जरूर कराएं। अगर किसी मोहल्ले, कॉलोनी और गांव में कोई व्यक्ति बाहर से आया है तो तत्काल उसकी जानकारी दें। ताकि उनकी स्क्री¨नग और जरूरत पर सैंपल कराए जा सके। अगर कोई जांच में सहयोग नहीं करेगा तो नियमानुसार कार्रवाई भी की जा सकती है।

- डॉ। रंजन गौतम, जिला सर्विलांस अधिकारी