--Monsoon की शुरुआत होते ही सिटी में बढ़ा मच्छर जनित बीमारियों का खतरा, dengue और chikungunya के शिकार patients की संख्या में हो रहा है इजाफा

-बुखार और जोड़ो में दर्द होने पर डॉक्टर से करें consult, precautions को नजरअंदाज करना पड़ सकता है भारी

VARANASI:

सावधान ! मानसून का यह मौसम अपने साथ बीमारियां भी लेकर आया है। इस मौसम मच्छरों से होने वाले कई तरह की बीमारियां आपको अपनी गिरफ्त में ले सकती हैं। इनमें चिकनगुनिया और डेंगू प्रमुख हैं। आईएमएस बीएचयू के माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट के हेड डॉ सुनीत कुमार सिंह बताते हैं कि बरसात के समय में मच्छरों से होने वाली बीमारियों से संक्रमित होने का खतरा काफी बढ़ जाता है। इनमें चिकनगुनिया भी एक प्रमुख रोग है। एडीज प्रजाति के मच्छर से फैलने वाला यह रोग बहुत तेजी से सिटी में पैर पसार रही है।

बुखार के साथ जोड़ों में होता है दर्द

डॉ सुनीत बताते हैं कि इस रोग में इंफेक्टेड पेशेंट को तेज बुखार के साथ उसके जोड़ों में दर्द होता है। उन्होंने बताया कि इस रोग का वायरस जोड़ों के सिनूवियल सेल्स को संक्रमित करता है। इसके बाद यह वायरस तेजी से फैलता है और तेज दर्द के बुखार का कारण बनता है। उन्होंने बताया कि चिकनगुनिया जैसी वायरल डिजीज के रोकथाम के वैक्सीन का निर्माण व‌र्ल्ड की कई लैब्स में किया जा रहा है। लेकिन यह अभी तक क्लिनिकल स्टेज में ही है।

डराने लगा है डेंगू भी

चिकनगुनिया के अलावा डेंगू भी डराने लगा है। एसएस हॉस्पिटल बीएचयू के इमरजेंसी में सस्पेक्टेड डेंगू पेशेंट्स का आना शुरू हो गया है। हालांकि, अभी तक एक भी डेंगू का पेशेंट ट्रेस नहीं हुआ है। डेंगू की पहचान दूसरे या तीसरे स्टेज में होती है। पहले स्टेज में पेशेंट्स अमूमन घर पर आराम करने और सामान्य दवाओं से ठीक हो जाते हैं लेकिन सेकेंड या थर्ड स्टेज खतरनाक साबित हो सकता है।

इनका रहे ध्यान

-यदि बुखार के बाद जोड़ों में दर्द स्टार्ट हो जाए तो यह चिकनगुनिया का लक्षण हो सकता है।

-ठंड के साथ बुखार हो तो तुरंत डॉक्टर से एडवाइस लें।

-डेंगू या चिकनगुनिया से बचने के लिए कहीं भी पानी कलेक्ट न होने दें।

-रात को सोते समय एंटी मॉस्क्वीटो क्रीम या मच्छरदानी का प्रयोग करें।

-पूरी बांह का कपड़ा पहनें।

-दर्द या बुखार के बाद शरीर में कहीं लाल चकत्ते दिखें तो डॉक्टर के पास जायें।