Allahabad: सावधान ! ट्रेनों में फर्जी टीटीई का एक रैकेट चल रहा है। जो कि इंटीरियर के स्टेशन, पैसेंजर ट्रेन और ऑफ टाइम पर ट्रेनों के पैसेंजर्स को चेक करते हैं। इनका मकसद सिर्फ पैसेंजर्स से पैसे की वसूली करना होता है। पैसा वसूली करके यह फर्जी टीईटी वहां से नौ दो ग्यारह हो जाते हैं। जीआरपी के सीनियर ऑफिसर्स को ऐसी सूचना मिली है। प्रयाग स्टेशन में वेडनसडे को दो फर्जी टीईटी को पकड़ा गया था। जीआरपी इंचार्ज ने बताया कि कोई सबूत न मिलने के चलते इन दोनों का एड्रेस व डिटेल्स लेकर छोड़ दिया गया है.
फर्जी TTE, फर्जी रसीद तक हो चुकी है बरामद
इलाहाबाद जंक्शन में भी आरपीएफ व जीआरपी ने पहले कई फर्जी टीटीई पकड़े जा चुके हैं। इसके साथ ही जुर्माने की फर्जी रसीद तक का मामला भी सामने आ चुका है। जीआरपी के सीनियर ऑफिसर्स बताते हैं कि यह गैंग इलीगल वेंडर्स के साथ मिलकर अपना काम करता है। ऐसे में किसी छोटे स्टेशन पर ट्रेन पर चढ़ जाते है। दो-चार हजार रूपए वसूल करते हैं और फिर वहां से कोट उतारकर निकल जाते है। करीब एक महीना पहले प्रयाग जीआरपी में एक पैसेंजर्स ने शिकायत की थी, लेकिन उसकी शिकायत को अनसुना कर दिया गया था.
अब GRP करेगी पर्दाफाश
जीआरपी ऑफिसर्स ने बताया कि ऑफ रूट््स मसलन, जौनपुर इलाहाबाद और ऐसी ट्रेनें जिस पर रेलवे का ज्यादा फोकस नहीं होता है यह उन्हीं ट्रेनों का टारगेट करते है। आसानी से पांच-छह हजार की वसूली करते हैं और निकल जाते हैं। जिन ट्रेनों में रेगुलर तौर पर टीटीई चलते हैं यह उन ट्रेनों को टच नहीं करते हैं। जीआरपी ने सभी छोटे स्टेशनों पर बनी हुई चौकियों को इस लेवल पर अगाह रहने के निर्देश दिए हैं। ऐसे में अगर आपके पास अचानक कोई काला कोच पहनकर टिकट की डिमांड कर दे तो जरा एलर्ट होकर उसको अपना टिकट दिखाइएगा.
फर्जी TTE, फर्जी रसीद तक हो चुकी है बरामद इलाहाबाद जंक्शन में भी आरपीएफ व जीआरपी ने पहले कई फर्जी टीटीई पकड़े जा चुके हैं। इसके साथ ही जुर्माने की फर्जी रसीद तक का मामला भी सामने आ चुका है। जीआरपी के सीनियर ऑफिसर्स बताते हैं कि यह गैंग इलीगल वेंडर्स के साथ मिलकर अपना काम करता है। ऐसे में किसी छोटे स्टेशन पर ट्रेन पर चढ़ जाते है। दो-चार हजार रूपए वसूल करते हैं और फिर वहां से कोट उतारकर निकल जाते है। करीब एक महीना पहले प्रयाग जीआरपी में एक पैसेंजर्स ने शिकायत की थी, लेकिन उसकी शिकायत को अनसुना कर दिया गया था.
अब GRP करेगी पर्दाफाश जीआरपी ऑफिसर्स ने बताया कि ऑफ रूट््स मसलन, जौनपुर इलाहाबाद और ऐसी ट्रेनें जिस पर रेलवे का ज्यादा फोकस नहीं होता है यह उन्हीं ट्रेनों का टारगेट करते है। आसानी से पांच-छह हजार की वसूली करते हैं और निकल जाते हैं। जिन ट्रेनों में रेगुलर तौर पर टीटीई चलते हैं यह उन ट्रेनों को टच नहीं करते हैं। जीआरपी ने सभी छोटे स्टेशनों पर बनी हुई चौकियों को इस लेवल पर अगाह रहने के निर्देश दिए हैं। ऐसे में अगर आपके पास अचानक कोई काला कोच पहनकर टिकट की डिमांड कर दे तो जरा एलर्ट होकर उसको अपना टिकट दिखाइएगा.
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