शहर में मिलावटी सामानों की खूब हो रही बिक्री

-खाद्य विभाग की ओर से खाद्य पदार्थो के लिए 27 सैम्पल में से 21 हो गए फेल

-दीपावली के मद्देनजर मिलावटखोरी के खिलाफ चल रहा अभियान, 52 दुकानों का निरीक्षण, 25 पर हुई छापेमारी,

त्योहारी सीजन में मिठाई-पकवान जरा संभलकर खाइएगा। मार्केट में

मिलावटी सामान के कारोबार में तेजी आ गयी है। सेहत के लिए नुकसानदेय मिठाई, नमकीन, मेवा, मसाला, गल्ला, तेल, धड़ल्ले से मिल रहा है। इस पर लगाम लगाने के लिए खाद्य सुरक्षा विभाग ने तीन दिनों में 52 दुकानों का निरीक्षण किया गया है। 25 दुकानों पर छापेमारी कर 27 सैम्पल कलेक्ट किए गए। मौके पर एफएसडब्ल्यू द्वारा जांच में 21 सैम्पल फेल हो गए। इनमें से 20 सैम्पल सब-स्टैंडर्ड और एक अनसेफ पाए गए।

मिलावटी सामान के खिलाफ अभियान

फूड एंड सेफ्टी विभाग ने मिलावटखोरों के खिलाफ अभियान चलाया है। विभाग के 16 आफिसर शहर में निरीक्षण, छापेमारी कर खाद्य पदार्थो के सैम्पल कलेक्ट कर रहे हैं।

दीपावली पर्व के मद्देनजर शहर में मिलावट खाद्य और पेय पदार्थो की बिक्री को रोकने के लिए 16 अक्टूबर से अभियान शुरू किया गया है। शनिवार को पंचक्रोशी, पांडेयपुर, सारनाथ, खोजवां में 21 दुकानों का निरीक्षण किया गया। इस दौरान मिठाई, रिफाइन, नमकीन, बेसन के आठ सैम्पल लिये गए। सिगरा, नदेसर, लहुरबीर चौराहा के पास दुकानों से 21 सैम्पल कलेक्ट किए गए। खोजवां में एक दुकान पर जांच के बाद 73 लीटर रिफाइन तेल सीज किया गया। गुरुवार व शुक्रवार को पहडि़या, महावीर मंदिर रोड, भोजूबीर, मलदहिया, चेतगंज समेत कई क्षेत्रों में 31 दुकानों का निरीक्षण किया गया था। 17 दुकानों से 19 सैम्पल कलेक्ट किए गए थे। इसके अलावा चंदुआ-छित्तपुर में एक फैक्टरी में निर्मित 119 किलो डोडा बर्फी, 109 किलो मिल्क केक को सीज किया गया। शनिवार को शहर के 21 दुकानों का निरीक्षण किया गया। इस दौरान मिठाई, रिफाइन, नमकीन, बेसन के 8 सैम्पल कलेक्ट किए गए।

सजा का प्रावधान

जांच के दौरान खाद्य पदार्थ का सैंपल अनसेफ मिलने पर सीजेएम कोर्ट में चालान पेश किया जाता है। प्रमाणित होने पर आरोपी को छह माह से आजीवन कारावास तक हो सकता है। सब-स्टैंडर्ड व मिस ब्रांड पाए जाने पर एडीएम कोर्ट में चालान पेश किए जाएंगे। इसमें पांच लाख रुपए तक जुर्माना हो सकता है।

कर देंगे बीमार

मिलावटी खाद्य पदार्थ सेहत के लिए खतरनाक हैं। मिलावटी मिठाइयों को बनाने के लिए जिस खोवे का इस्तेमाल किया जाता है, वह सिंथेटिक दूध से तैयार होता है। इनके इस्तेमाल से कैंसर हो सकता है। सेवन से फूड प्वाइजनिंग, उल्टी व दस्त की शिकायत आम है। मिलावटी पनीर और घी खाने से सिर दर्द, पेट दर्द और त्वचा संबंधी रोग हो जाते हैं। इसके अलावा शरीर में सूजन और खून की कमी भी हो सकती है।

डॉ। डीडी दूबे, जनरल फिजिशियन

वर्जन

मिलावटखोरों के खिलाफ विशेष अभियान शुरू चलाया जा रहा है। इस दौरान मिल्क प्रोडक्ट्स, स्वीट्स, नमकीन, बेसन, बेकरी और स्पाइस के सैम्पल कलेक्ट किए जा रहे हैं। इनकी मौके पर जांच के अलावा शिवपुर लैब भी भेजा जा रहा है। शिकायत मिलने पर मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

-संजीव सिंह, खाद्य सुरक्षा अधिकारी

एक नजर

-52 दुकानों का निरीक्षण किया गया

-25 दुकानों पर दो दिन में हुई छापेमारी

-27 खाद्य पदार्थो के सैम्पल कलेक्ट किए गए

-20 सैम्पल पाए गए सब-स्टैंडर्ड

-01 सैम्पल अनसेफ पाए गए

-17 फूड एंड सेफ्टी आफिसर शहर में चला रहे अभियान

-16 अक्टूबर से चल रहा मिलावट के खिलाफ अभियान