-डीजीपी ने किया पुलिस मित्रों की कार्यशाला का इनॉग्रेशन

-47 बीट पुलिसिंग को हरी झंडी

-रांची में 116 बीटों पर काम करेगी पुलिस

RANCHI(4 Nov): रांची में अब बीट पुलिसिंग होगी। फिलहाल ब्7 बीट पुलिसिंग को हरी झंडी दे दी गई है। भविष्य में रांची पुलिस क्क्म् बीटों पर काम करेगी। इनमें हर बीट में एक ऑफिसर रहेगा और उनके नाम, मोबाइल नंबर स्थानीय लोगों के बीच दिया जाएगा। इससे क्राइम रोकने में सहूलियत होगी। ये बातें शुक्रवार को डीजीपी डीके पांडेय ने कहीं। वह रांची यूनिवर्सिटी के आर्यभट्ट सभागार में पुलिस मित्रों के वर्कशॉप इनॉग्रेशन समारोह में बोल रहे थे। डीजीपी ने कहा कि पुलिस जनता की सेवक है। जनसेवा ही उसका काम है। आम लोगों की सुरक्षा पुलिस की पहली प्राथमिकता है। झारखंड को सुरक्षित बनाना ही पुलिस का लक्ष्य है।

गली-मुहल्ले में अफसर की फोटो

डीजीपी ने कहा कि हर गली-मोहल्ले में बीट ऑफिसर्स के फोटो पोस्टर छपवाकर लगाए जाएंगे। इसमें उनका नाम और मोबाइल नंबर रहेगा। इससे आम लोग उनसे जुड़ पाएंगे।

आम लोगों का विश्वास जीतें पुलिस मित्र

सीआईडी की आईजी संपत मीणा ने पुलिस मित्र बनाने और बीट पुलिसिंग की शुरुआत करने के लिए रांची के एसएसपी कुलदीप द्विवेदी को बधाई दी। कहा कि आमलोगों की सहभागिता से ही क्राइम कंट्रोल होगा। घरों के अंदर के कई मामले पुलिस के पास नहीं आ पाते हैं। महिलाओं व बच्चों के कई मामले लोक लाज के डर से दब जाते हैं। अब पुलिस मित्र इसमें मदद करेंगे। वे घरों की सूचनाएं भी पुलिस को देंगे और पुलिस त्वरित कार्रवाई करेगी। आम जन की सहभागिता से समस्याएं हल होंगी। आईजी ने महिलाओं को भी पुलिस मित्र से जुड़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि बीट ऑफिसर्स महिलाओं और बच्चों के साथ हो रहे क्राइम को रोकने और उसकी जानकारी थानों तक पहुंचाने में मदद करेंगे।

बीट सिस्टम पुलिस मानवता वाला चेहरा

सीआईडी के एडीजी अजय कुमार ने कहा कि बीट सिस्टम पुलिस का मानवता वाला चेहरा है। हालांकि यह कार्यप्रणाली पुरानी है, लेकिन बहुत असरदार है। उन्होंने बताया कि बीट पुलिसिंग ब्रिटिश जमाने के समय से चली आ रही थी। बीच में यह विलुप्त होने के कगार पर पहुंच गई। कार्यक्रम में एसएसपी कुलदीप द्विवेदी, सिटी एसपी किशोर कौशल, कोतवाली डीएसपी बहामन टूटी, हटिया डीएसपी शिवेंद्र और सिटी डीएसपी समेत कई थानेदार मौजूद थे।