Ranchi : अगर आपको बैक पेन है तो इसे नजरअंदाज न करें। इसका समय रहते इलाज कराएं, वरना यह खतरनाक साबित हो सकता है। मेदांता हॉस्पिटल के न्यूरो स्पाइनल सर्जन डॉ गणेश कुमार ने बताया कि स्पांडिलाइसिस के मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। उम्र बढ़ने पर यह बीमारी लोगों को अपनी चपेट में लेती है। आज 90 परसेंट से ज्यादा वैसे लोग जो रीढ़ की समस्या से जूझ रहे हैं, उन्हें स्पांडिलाइसिस है। इस बीमारी में पीठ और गर्दन का दर्द मरीजों को सबसे ज्यादा परेशान करता है।

 

हर उम्र के लोगों को ले रही चपेट में

स्पोकिंग, बदलते लाइफस्टाइल और घंटों बैठकर काम करने की वजह से स्पांडिलाइसिस बीमारी आज हर उम्र के लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। खासकर शहरी इलाके में इस रोग के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। डॉ गणेश कुमार ने बताया कि यह न तो लाइलाज बीमारी है और न ही इससे लोगों को डरने की जरूरत है। अगर पीठ और गर्दन में दर्द रहे तो तत्काल एक्सपर्ट से कंसल्ट करें। साथ ही स्टेम सेल से इस बीमारी का स्थायी इलाज संभव है। इसके जरिए बॉडी के डैमेज नर्व को ठीक किया सकता है।

 

स्पांडिलाइसिस से बचने के उपाय

-बैठने के तौर-तरीके सही से करें

-रेगुलर एक्सरसाइज करें

-बॉडी वेट कंट्रोल में रखें

-शराब के सेवन से बचें

-काम के दौरान बॉडी को दें आराम

-वेट उठाने से पहले रखें ध्यान