SARAIKELA: स्थानीय मारवाड़ी धर्मशाला सरायकेला में प्रति वर्ष की भांति गुरुवार को अखंड ज्योत एवं पूजन के साथ दो दिवसीय भादी महोत्सव का शुभारंभ हुआ। महोत्सव के प्रथम दिन चतुर्दशी में भव्य श्रृंगार छप्पन भोग लगाया गया और आमंत्रित कलाकार सोनू शर्मा एंड टीम के द्वारा झुंझुनू वाली दादी का मंगल पाठ नृत्य नाटिका के साथ रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। उन्होंने बताया परम आराध्य श्री दादी जी के प्रताप, उनके वैभव व अपने भक्तों पर नि:स्वार्थ कृपा बरसाने वाली मां नारायाणी को कौन नही जानता है। भारत में ही नही विदेशों में भी इनके भक्त और उपासक हैं। पौराणिक इतिहास से ज्ञात होता है कि महाभारत के युद्ध में चक्रव्यूह में वीर अभिमन्यु वीर गति को प्राप्त हुए थे। उस समय उत्तरा को भगवान श्री कृष्ण वरदान दिया था कि कलयुग में तू नारायाणी के नाम से श्री सती दादी के रूप में विख्यात होगी और जन-जन का कल्याण करेगी। सारे दुनिया में तू पूजीत होगी। उसी वरदान के स्वरुप श्री सती दादी जी आज से लगभग 715 वर्ष पूर्व मंगलवार मंगसिर वदि नवमीं सन्न 1352 ईस्वीं छह दिसंबर 1295 को सती हुई थी। कार्यक्रम में मुख्य रुप से पवन अग्रवाल, विकास चौधरी, नरेश अग्रवाल, विपिन चौधरी, रवि अग्रवाल, नितिन अग्रवाल एवं सैकड़ों की संख्या में दादी भक्त उपस्थित थे