JAMSHEDPUR: बिष्टुपुर धर्म सास्था मंदिर में चल रहे 72वें प्रीति महोत्सव में शनिवार की शाम को भगवान धर्म सास्था नगर भ्रमण पर निकले और भक्तों ने दर्शन दिए। भव्य रथ पर भगवान सास्था (अयप्पा) , भगवान गणेश व कार्तिक की उत्सव मूर्तियों को बैठाया गया। रथ को पूरी तरह से फूलों से सजाया गया। उसके बाद भगवान नगर भ्रमण पर निकले।

भक्त अयप्पा का गुणगान तथा जयकारा लगाते नाचते गाये रथ को आगे धकेल रहे थे। नगर भ्रमण मंदिर परिसर से शुरू होकर पूरे बिष्टुपुर क्षेत्र का भ्रमण करते हुए पुन: मंदिर पहुंचकर समाप्त हुआ। इसके बाद भगवान की मूर्तियों को मंदिर में स्थापित किया गया।

इससे पूर्व शनिवार को धार्मिक अनुष्ठान का शुभारंभ महागणपति होमम् से शुरू हुआ। इसके बाद एकादश रूद्राभिषेक का आयोजन हुआ। इसमें 11 बार रूद्र-चमक अभिषेक हुआ। इस दौरान भगवान अयप्पा के मूल मूर्तियों पर सिर्फ नारियल के पानी से एवं उत्सव मूर्तियों को तिल का तेल, पंचगव्य, पंचामृत, घी, मधु, दूध, दही, नींबू का रस, गन्ना रस सहित कुल 11 किस्म के द्रव्यों से अभिषेक किया गया। इसके बाद स्थापित कलश के जल एवं चंदन से भी अभिषेक किया गया। फिर भगवान का भव्य श्रृंगार किया गया। इसके बाद कलश पूजन के बाद भक्तों के बीच महाप्रसाद का वितरण किया गया। सैकड़ों भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया गया।

बना विशेष खीर

धर्म सास्था मंदिर में चल रहे प्रीति महोत्सव में विशेष खीर का वितरण शनिवार को किया गया। इसका खास महत्व है। यह साल में एक बार इसी दिन बनता है। इस खीर को नारियल, दूध, गुड़ एवं गोलदाना चावल से तैयार किया जाता है। इसमें 700 नारियल को पीस कर लेप तैयार किया गया। इसके बाद इसमें 35 किलो गोल दाना चावल एवं 120 केजी गुड़ मिलाकर इसे तैयार किया गया।