-ब्रज की होली के साथ त्रिवटीनाथ मंदिर में चल रही भागवत कथा का समापन

-अंतिम दिन कथा व्यास जया किशोरी ने सुनाए कई प्रसंग

<द्गठ्ठद्द>क्चन्क्त्रश्वढ्ढरुरुङ्घ<द्गठ्ठद्दद्गठ्ठस्त्र> :

आपकी सारी इच्छाएं पूरी होंगी यदि आप भगवान की शरण में रहेंगे। भगवान कहते हैं कि 'तू करता वही है जो तू चाहता है, लेकिन होता वही है जो मैं चाहता हूं। यह बात त्रिवटी नाथ मंदिर में चल रही भागवत कथा के दौरान कथा व्यास जया किशोरी जी ने कही।

आरती के बाद शुरू हुई कथा

कथा का शुभारंभ मुख्य यजमान संजीव खंडेलवाल ने आरती करके किया। कथा के दौरान कथा व्यास जया किशोरी जी ने भजन दुर्योधन की मेवा त्यागी, साग विदुर घर खायो सुनाया। जिस पर श्रोता मंत्र मुग्ध हो गए। भागवत कथा में सातवें व अंतिम दिन जया किशोरी जी ने भगवान कृष्ण के 16108 विवाह की कथा सुनाई। उसके बाद मूर नामक दैत्य का वध, भष्मासुर वध, जरासंध वध सहित अन्य प्रसंगों का भी वर्णन किया। कथा का समापन ब्रज की होली से किया गया। जिसमें सभी भक्तों ने नृत्य कर भगवान को याद किया।

ये भी रहे मौजूद

कथा में केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी, मिलक विधायक बीना भारद्वाज, भाजपा के क्षेत्रीय संगठन मंत्री भवानी सिंह, राजेन्द्र गुप्ता, संजीव चंदना, प्रवीन गोयल, नवीन गोयल, महेन्द्र कातिब, राव वीरेन्द्र, सीताराम मेहता, रामदयाल, रामसेवक, सत्यप्रकाश और रोशन लाल अग्रवाल आदि मौजूद रहे।