नई दिल्ली (एएनआई)। केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना पर युवाओं का गुस्सा फूटता जा रहा है। सोमवार को भारत बंदी के ऐलान को देखते हुए 80 से अधिक ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है और दिल्ली-एनसीआर में भारी ट्रैफिक जाम देखा जा रहा है। इससे पहले कुछ संगठनों ने अग्निपथ भर्ती के विरोध में भारत बंद का आह्वान किया था। केंद्र सरकार द्वारा पिछले सप्ताह इस योजना का अनावरण किया गया था। विरोध प्रदर्शन के कारण दिल्ली में यात्रियों को आने-जाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा क्योंकि दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे सहित शहर के विभिन्न हिस्सों में भारी ट्रैफिक जाम हो गया है।

पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा, 80 ट्रेनें हुई रद्द

आंदोलनकारियों द्वारा कई स्टेशनों में तोड़फोड़ और कई ट्रेनों में आग लगाए जाने के कारण कई राज्यों के विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं। सेना में नई भर्ती योजना के खिलाफ देश के विभिन्न हिस्सों में हो रहे विरोध प्रदर्शन के बीच सोमवार को 80 से अधिक ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। उत्तर रेलवे के अनुसार, विभिन्न उत्तर रेलवे टर्मिनलों से पूर्व की ओर जाने वाली कुल 18 ट्रेन सेवाओं को आज रद्द कर दिया गया है। केंद्र की अग्निपथ भर्ती योजना के विरोध के मद्देनजर दिल्ली की ओर जाने वाली 71 ट्रेनों (वापसी सेवाओं सहित) को भी आज के लिए रद्द कर दिया गया है। पश्चिम रेलवे जोन की ट्रेन सेवाएं कल भी प्रभावित हुई थीं। केंद्र की नई अग्निपथ भर्ती योजना के विरोध में सोमवार को कई राज्यों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।

सख्त कारवाई की जाएगी

पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड और अन्य राज्यों सहित राज्यों ने पिछले सप्ताह हुई व्यापक हिंसा को देखते हुए सुरक्षा बढ़ा दी है। हावड़ा के डीसीपी नॉर्थ अनुपम सिंह ने मीडिया से कहा, कई स्थानों पर पुलिस बल तैनात किया गया है। हम किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। हम युवाओं से किसी भी अप्रिय गतिविधि में शामिल न होने का भी आग्रह करते हैं। दिल्ली के पड़ोसी इलाकों फरीदाबाद और नोएडा में, दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 लागू कर दी गयी है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने कहा कि शांति को खतरे में डालने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अग्निपथ योजना के विरोध के बीच असामाजिक तत्व शांति भंग कर सकते हैं। एडीसीपी आशुतोष द्विवेदी ने कहा कि गौतमबुद्धनगर में धारा 144 लगाई गई है और इस तरह की घटनाओं में शामिल पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

गोरखपुर रेलवे स्टेशन सहित कई प्रदेशों के स्कूल बंद

सरहौल सीमा पर दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर भी भारी ट्रैफिक जाम देखा गया क्योंकि दिल्ली पुलिस ने भारत बंद के विरोध के मद्देनजर वाहनों की जाँच शुरू की। इससे पहले आज गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर भारत बंद के आह्वान के बीच ट्रेनें रद्द होने से यात्री परेशान रहे। यात्रियों ने मीडिया से कहा कि हम तीन से चार घंटे से इंतजार कर रहे हैं। जब हमने कल रात ट्रेन की स्थिति की जांच की तो ट्रेन रद्द नहीं हुई थी, लेकिन यहां पहुंचने पर हमें इसके बारे में पता चला। वहीं झारखंड में आज सभी स्कूल बंद रहेंगे। उर्सुलाइन कॉन्वेंट स्कूल और इंटर कॉलेज की प्रिंसिपल सिस्टर मैरी ग्रेस ने एएनआई को बताया कि कक्षा 11 के लिए जेएसी परीक्षा आज के लिए निर्धारित की गई थी, जो रद्द कर दी गयी है। आज की परीक्षाओं के लिए नई तारीखों की घोषणा की जाएगी। जिला प्रशासन के एक आधिकारिक आदेश के अनुसार बिहार के मुजफ्फरपुर में भी स्कूल आज बंद रहेंगे।

राजस्थान और पंजाब में भी बढ़ाई गयी सुरक्षा

राजस्थान के जयपुर में विरोध प्रदर्शन के कारण कानून-व्यवस्था में गड़बड़ी की आशंका को देखते हुए रविवार शाम छह बजे से 18 अगस्त की मध्यरात्रि तक धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। पंजाब पुलिस के एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर ने राज्य भर के सीपी और एसएसपी को अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है और उन्हें सोशल मीडिया समूहों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए कहा है जो सक्रिय रूप से इस योजना के बारे में जानकारी जुटा रहे हैं या फैला रहे हैं। इस बीच देश के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शनों के बीच ईस्ट कोस्ट रेलवे जोन की ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुईं हैं। यह जानकारी सोमवार को रेलवे के अधिकारियों ने दी।

देश के युवाओं के लिए प्रगतिशील कदम

उत्तर रेलवे के अनुसार विभिन्न उत्तर रेलवे टर्मिनलों से पूर्व की ओर जाने वाली कुल 18 ट्रेन सेवाओं को आज रद्द कर दिया गया है। केंद्र की अग्निपथ भर्ती योजना के विरोध के मद्देनजर 71 दिल्ली क्षेत्र की जाने वाली कम्यूटर ट्रेनों (वापसी सेवाओं सहित) को भी आज के लिए रद्द कर दिया गया है। सैन्य बलों में नई भर्ती योजना के खिलाफ देश के विभिन्न हिस्सों में हो रहे विरोध के बीच रविवार को पश्चिम रेलवे जोन की ट्रेन सेवाएं प्रभावित रहीं। कुछ ट्रेन सेवाओं को आंशिक रूप से रद्द करना पड़ा जबकि कुछ ट्रेनों को डायवर्सन करना पड़ा। इसी दौरान सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को स्पष्ट किया कि इस योजना को वापस नहीं लिया जाएगा और कहा कि यह देश को युवा बनाने के लिए एकमात्र प्रगतिशील कदम है।

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