-इमरजेंसी वार्ड हुआ तहस-नहस

-दो दर्जन से अधिक घायल, गिरीं दीवारें, शीशे टूटे।

-हॉस्पिटल में दहशत का माहौल, जान बचाकर भागे डाक्टर और मरीज

VARANASI

एसएस हॉस्पिटल बीएचयू में शनिवार की सुबह अन्य दिनों की तरह थी। ओपीडी समेत लगभग हर वार्ड में मरीजों, तीमारदारों की भीड़ के साथ डॉक्टर्स की मौजूदगी रही। दोपहर में इमरजेंसी वार्ड में हुए तेज धमाके से पूरा हॉस्पिटल दहल गया। विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि वार्ड की दीवार धराशायी हो गयी। छत से लेकर दरवाजे और फर्श उखड़ गए। लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। घटना में दो दर्जन से अधिक लोगों के घायल हुए हैं जिनमें से तीन की हालत गंभीर है। घायलों को एसएस हॉस्पिटल के साथ ही बीएचयू के ट्रामा सेंटर में भर्ती किया गया है। धमाका का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। एटीएस, पुलिस, बीडीएस, एनडीआरएफ और लोकल इंटेलिजेंस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दिया है।

दूर तक सुनाई दी आवाज

घटना के वक्त इमरजेंसी वार्ड में पेशेंट्स और उनके परिजनों की संख्या खासी थी। हॉस्पिटल के कर्मचारी और डॉक्टर इलाज में व्यस्त थे। अचानक स्टोर रूम के तेज धमाका हुआ और पूरा वार्ड धुआं से भर गया। धमाके की आवाज एक किलोमीटर दूर तक सुनाई दी। इमरजेन्सी वार्ड तहस-नहस हो गया। हॉस्पिटल के खिड़की, दरवाजे पर लगे शीशे चिटक गये। बीएचयू से मिली सूचना के अनुसार विस्फोट में ख्7 लोग घायल हो गये। इनमें मरीज उनके परिजन व चिकित्सालय के कर्मचारी भी शामिल हैं। भर्ती पेशेंट्स का बुरा हाल था। तुरंत ही उन्हें बाहर लाया गया। हॉस्पिटल के दूसरे वार्ड के पेशेंट्स व उनके परिजन भी हॉस्पिटल से बाहर निकल आये। हर तरफ अफरा-तफरी का माहौल था। क्भ् घायलों का उपचार ट्रामा सेंटर में चल रहा है। जबकि क्ख् घायलों को एसएस हॉस्पिटल के नये इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया है।

वार्ड को किया गया सील

इमरजेंसी वार्ड को खाली कराने के बाद सील कर दिया गया है। पेशेंट्स की सुविधा को देखते हुए इमरजेंसी वार्ड को तुरंत नवनिर्मित इमरजेंसी वार्ड में शिफ्ट कर इलाज शुरू कर दिया। फिलहाल हॉस्पिटल के नये भवन में इमरजेंसी की सेवाएं पूरी तरह बहाल कर दी गयी हैं। इमरजेंसी में तैनात दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी संदीप कुमार मरीजों को बचाने में स्वयं घायल हो गया। उसके सिर में गंभीर चोट आई है। बीएचयू के वीसी प्रो। गिरीश चंद्र त्रिपाठी, आईएमएस के डायरेक्टर प्रो। वीके शुक्ला, एसएस हॉस्पिटल के एमएस डॉ। ओपी उपाध्याय सहित तमाम अधिकारी मौके पर पहुंच गये। उन्होंने विस्फोट में घायलों का हाल चाल भी जाना।