- चीफ प्रॉक्टर के विरोध में स्टूडेंट्स का धरना गुरुवार को भी रहा जारी, वीसी से बातचीत रही बेनतीजा

स्टूडेंट्स को समझाने पहुंचे टीचर्स ने भी माना कि प्रो रॉयना का ठीक नहीं है व्यवहार

VARANASI

बीएचयू में चीफ प्रॉक्टर प्रो रॉयना सिंह को हटाने की मांग को लेकर स्टूडेंट्स का धरना गुरुवार को भी जारी रहा। वीसी प्रो। राकेश भटनागर ने कुछ धरनारत छात्रों को बुलाया और उनसे बातचीत की। तकरीबन एक घंटे चली वार्ता बेनतीजा रही। स्टूडेंट्स चीफ प्रॉक्टर को हटाने की मांग पर अड़े रहे। बकौल स्टूडेंट्स वीसी ने जांच रिपोर्ट आने के बाद ही किसी निर्णय की बात कही है। सिर्फ इतना ही नहीं धरना दे रहे स्टूडेंट्स को समझाने गये प्रोफेसर्स भी उनके साथ हो गये। उन्होंने पहले स्टूडेंट्स को समझाने की कवायद की पर जब बात नहीं बनी तो उनके मुंह से भी चीफ प्रॉक्टर प्रो रॉयना सिंह के खिलाफ बोल फूटने लगे। बताते चलें कि स्टूडेंट्स गत शनिवार से सेंट्रल ऑफिस पर धरना दे रहे हैं। इस धरने को विभिन्न छात्र संगठनों का समर्थन प्राप्त है।

चीफ प्रॉक्टर पर कारर्वाई नहीं

स्टूडेंट्स से बातचीत करने करीब दर्जन भर टीचर्स धरना स्थल पर गये। उन्होंने स्टूडेंट्स को वहां से हट जाने को कहा। पर स्टूडेंट्स ने उन्हें अपनी ही दलील दी। इस पर एक प्रोफेसर ने कहा कि यह सही है कि प्रो रॉयना सिंह का व्यवहार टीचर्स के साथ भी ठीक नहीं है। इसका उनके पास प्रमाण भी है। इस पर छात्रों का कहना था कि जब वह आप लोगों के साथ गलत व्यवहार कर सकती हैं तो आप स्टूडेंट्स के साथ उनके व्यवहार का अंदाजा लगा सकते हैं। उन्होंने कहा कि एक प्रोफेसर पर छेड़खानी का आरोप लगता है और उसे जांच शुरू होने से पहले ही निलंबित कर दिया जाता है। भगवानदास हॉस्टल के वार्डेन को हटा दिया जाता है पर चीफ प्रॉक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गयी। यह अपने आप में चौंकाने वाली है। स्टूडेंट्स का कहना है कि प्रो रॉयना का अपने पद पर बने रहने से जांच प्रभावित हो सकती है।

जॉइंट एक्शन कमेटी ने की प्रतिरोध सभा

बीएचयू में चल रहे वर्तमान हालात के मद्देनजर बुधवार को विभिन्न छात्र संगठनों के आह्वान पर एक प्रतिरोध सभा का आयोजन किया गया। जिसमें नर्सिंग के कोर्स का इंडियन नर्सिंग काउन्सिल से मान्यता मिले इसकी मजबूती से मांग उठाई गयी। साथ ही चीफ प्रॉक्टर रॉयना सिंह की मनमानी और असंवैधानिक कामों का जोरदार विरोध दर्ज कराया गया। छात्र परिषद के पूर्व महासचिव विकास सिंह ने चीफ प्रॉक्टर को यूनिवर्सिटी के लिए एक बुराई बताया। आइसा के विवेक ने इस वर्तमान हालात के लिए वीसी को जिम्मेदार बताया। सभा का संचालन अनुपम ने किया।