-बर्फीली हवाओं का रहा असर, गलन ने किया परेशान

-24 घंटे में मिनिमम टेंप्रेचर में पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट

-मौसम विज्ञानियों का कहना है अभी और बढ़ेगी ठंढ

VARANASI

शहर के मौसमी मिजाज पर बर्फीली हवाओं का असर कुछ इस कदर तारी हुआ कि लोग पूरे दिन सिकुड़ते -कुडकुड़ाते रहे। सोमवार को धूप निकली लेकिन सूरज की किरणों की गर्मी सन-सन कर बहती सर्द हवाओं की तासीर को कम नहीं कर सकी। धूप निकलने से मैक्सिमम टेंप्रेचर में तो कोई खास अंतर नहीं दिखा लेकिन मिनिमम टेंप्रेचर में तकरीबन पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गयी। सारनाथ स्थित मौसम विभाग ने अधिकतम तापमान 21.1 डिग्री सेल्यिसस व न्यूनतम तापमान 9.00 डिग्री सेल्सियस दजर्1 किया।

अलाव बना सहारा

लोगों को उम्मीद थी कि सूरज के दर्शन होने पर ठंडक से राहत मिलेगी पर ऐसा नहीं हुआ। सूरज ने समय पर दर्शन दिये और अपनी किरणों से राहत बांटने की कोशिश की। हर कोई अधिक से अधिक धूप की चाहत में छतों पर पहुंच गया। पर ठंडी हवाओं ने वहां भी लोगों को परेशान किया। शाम होते-होते गलन बढ़ गयी। लोग बाग अलाव के जरिये ठंडक को मात देने के जुगाड़ में दिखे। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर हवाओं में है। जिसके चलते ठंड पड़ रही है।

अभी और पड़ेगी ठंड

सर्द हवाओं से राहत अभी नहीं मिलने वाली। एक बार फिर से ठंड के बढ़ने के आसार हैं। मौसम विज्ञानी प्रो। एसएन पाण्डेय कहते हैं कि एक जम्मू-कश्मीर में एक के बाद लगातार वेस्टर्न डिस्टर्बेस एक्टिव है। वहां से आ रही बर्फीली हवाएं शहर का मौसम बिगाड़े हुए हैं। अभी 29 जनवरी को एक और वेस्टर्न डिस्टर्बेस क्रियेट हो रहा है। जिसके सक्रिय होने के साथ ही जम्मू कश्मीर, हिमाचल, उत्तराखंड में बर्फबारी और बारिश की आशंका बन रही है। पूर्वाचल पर इसका असर फरवरी के शुरुआती हफ्ते में दिखायी देगा। कुल मिलाकर कहा जाय तो अगले 10-15 दिनों तक बनारस वालों को ठंड का असर झेलना पड़ेगा।

टेंप्रेचर (डिग्री सेल्सियस)

मैक्सिमम 21.1

मिनिमम 9.00