- पटरी पर लौटा इंतजाम, सामान्य हुआ कामकाज, स्ट्राइक कर रहे रेजिडेंट्स डॉक्टर्स ने संभाला हॉस्पिटल

VARANASI: क्भ् दिनों तक स्ट्राइक का दंश झेल चुके बीएचयू एसएस हॉस्पिटल में मंगलवार को अर्से बाद सन्नाटा टूटता दिखा। हालांकि स्ट्राइक तो शनिवार को ही खत्म हो गयी थी लेकिन रविवार को होली के चलते हॉस्पिटल की व्यवस्था अपने पुराने रंग में नहीं लौट पायी थी। त्योहार के बाद मंगलवार को हॉस्पिटल खुला और पेशेंट्स की भीड़ राहत की उम्मीद में हॉस्पिटल में उमड़ी। स्ट्राइक शुरू होने के दिन तीन मार्च के लगभग क्7 दिन बाद हॉस्पिटल में बड़ी संख्या में पेशेंट्स एडमिट हुए। स्ट्राइक के बाद पहली बार हॉस्पिटल में एक ही दिन में क्फ्म् पेशेंट्स एडमिट किये गये। हॉस्पिटल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस का एक प्रमुख हिस्सा है। इसके खुल जाने से मेडिकल स्टूडेंट्स की पढ़ाई लिखायी भी सामान्य हो गयी है।

पूरी मुस्तैदी के साथ की ड्यूटी

एम्स की मांग को लेकर स्ट्राइक कर रहे रेजिडेंट्स डॉक्टर्स ने पूरी मुस्तैदी के साथ अपनी ड्यूटी को अंजाम दिया। सीनियर डॉक्टर्स के साथ ओपीडी संभाली तो वॉर्ड में एडमिट पेशेंट्स के भी दर्द को दूर करने का प्रयास किया। लगभग हर डिपार्टमेंट का रेजिडेंट्स अपने काम में व्यस्त दिखे। हालांकि होली की खुमारी के चलते ओपीडी में पेशेंट्स की संख्या सामान्य दिनों की अपेक्षा कम ही थी। लेकिन जो भी थे रेजिडेंट्स ने उनका पहले की तरह ध्यान रखा। होली के चलते अधिकतर लोगों ने अपने पेशेंट्स को डिस्जार्च करा लिया था। जो बहुत गंभीर पेशेंट्स थे वही होली के दिन हॉस्पिटल में एडमिट थे। ऐसे पेशेंट्स की संख्या लगभग भ्0 थी।

इमरजेंसी हो गयी फुल

पेशेंट्स का सबसे अधिक प्रेशर इमरजेंसी में दिखा। तकरीबन दो हफ्ते से खाली इमरजेंसी के लगभग सभी बेड मंगलवार को फुल हो गये। अधिकतर पेशेंट्स होली के हुड़दंग के शिकार थे। होली के दिन भ्7 व उसके एक दिन बाद मंगलवार को फ्म् पेशेंट्स एडमिट किये गये। ड्यूटी पर तैनात मेडिकल ऑफिसर व रेजिडेंट्स ने उनका इलाज किया।

हॉस्पिटल का हॉल (मंगलवार)

ओपीडी स्लिप बिके-क्09भ्

पेशेंट्स एडमिट किये गये - क्फ्म्

ऑपरेशन हुए- फ्0

ओपीडी में पेशेंट्स देखे गये-ख्0ख्8

मरने वालों की संख्या-क्

पेशेंट्स एडमिट किये गये -क्7फ्

पेशेंट्स डिस्चार्ज किये गये- ब्फ्