- भुवनेश्वर कुमार के छह विकेटों ने रचा इतिहास
- लॉडर्स मैदान पर पांच विकेट लेने वाले मेरठ के दूसरे गेंदबाज
- इससे पहले प्रवीण ने 2011 में किया था ये कारनामा
आई नेक्स्ट एक्सक्लूजिव
nikhil.sharma@inext.co.in
Meerut: क्रिकेट का तीर्थ कहे जाने वाले लॉर्ड्स मैदान पर मेरठ ने शनिवार को ऐसी दस्तक दी। जिसकी याद आजीवन इस मैदान में पहुंचने वाले खिलाडि़यों के जहन में ताजा रहेगी। जी हां, भुवनेश्वर कुमार के म् विकेटों ने लॉडर्स में ऐसा कारनामा कर दिखाया है। जिससे हर मेरठ का व्यक्ति खुद पर गर्व करेगा। क्या है ये कारनामा बताते हैं।
ये रच दिया इतिहास
भुवनेश्वर कुमार ने इंग्लैंड दौरे पर चल रहे दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन छह विकेट लेकर एक इतिहास रच दिया है। भुवनेश्वर कुमार का नाम सुनहरे अक्षरों में लॉडर्स गैलरी की दीवारों पर दर्ज हो गया है। भुवनेश्वर के इस प्रदर्शन से पूरा मेरठ गदगद है।
प्रवीण ने भी दिखाया था कारनामा
इससे पहले प्रवीण कुमार ने भी सन् ख्0क्क् में दूसरे टेस्ट में पांच विकेट लेकर ऐतिहासिक प्रदर्शन किया था। ऐसा प्रदर्शन जिसे आज भी लॉडर्स मैदान पहुंचने वाला हर खिलाड़ी आंखें निहारकर देखता है।
लॉडर्स पर ऐसा इतिहास
दरअसल, लॉडर्स के मैदान पर खेले जाने वाले टेस्ट मैच में जो भी खिलाड़ी सेंचुरी जड़ता है या फिर भ् विकेट लेता है। उसका नाम लॉडर्स गैलरी में बने बोर्ड पर सुनहरे अक्षरों से लगाया जाता है। साथ ही उसकी फोटो को भी गैलरी में जगह दी जाती है। ऐसे में पहले प्रवीण कुमार ने सन् ख्0क्क् में और अब भुवनेश्वर कुमार ने ख्0क्ब् में ये कारनामा करके दिखाया। ऐसे में मेरठ के इन दोनों ही होनहार खिलाडि़यों का नाम लॉडर्स मैदान पर सदा के लिए सुनहरे अक्षरों में लिख दिया गया है, जो वाकई हर मेरठी के लिए गदगद होने वाला है।
जो सचिन भी ना कर सके
क्रिकेट के महानायक सचिन तेंदुलकर के नाम अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भले ही क्00 शतक हों, लेकिन ताज्जुब वाली बात ये है कि सचिन तेंदुलकर जैसा खिलाड़ी, जिसने दुनिया के हर मैदान पर सैंकड़ा जमाया हो, वो लॉडर्स के इस मैदान पर शतक नहीं जमा सका। जबकि सचिन ने अपने करियर में ख्00 टेस्ट मैच खेले।
और हर कोई जाना मेरठ
मेरठ के बारे में यूं तो हर कोई जानता है। लेकिन शनिवार को जब कपिल, रवि शास्त्री, सौरभ गांगुली जैसे कमेंटेटर मेरठ का नाम ले रहे थे, तो हर खेल प्रेमी खुश हुआ। मेरठ में पनप रही गेंदबाजी की क्षमताओं पर सभी ने खुलकर चर्चा की। क्योंकि भुवी और पीके एक ही शहर से हैं और स्विंग के सरताज भी हैं।
भुवनेश्वर कुमार लॉडर्स मैदान पर ये कारनामा करने वाले भारत के क्फ्वें खिलाड़ी बन गए हैं। ये मेरठ के लिए ऐतिहासिक पल है। ऐसा दिन जो हर कोई याद रखेगा। भुवनेश्वर ने मेहनत की है। प्रवीण ने भी ख्0क्क् में ये करके दिखाया। इससे बड़ा गौरवमयी क्षण कुछ नहीं हो सकता है।
संजय रस्तोगी, भुवनेश्वर के कोच
बहुत गर्व हो रहा है। जब इतने ऐतिहासिक मैदान पर मेरठ का नाम एक नहीं दो बार लिखा गया है। भुवनेश्वर को बधाई।
डॉ। युद्धवीर सिंह, सचिव, मेरठ जिला क्रिकेट संघ
बेटे ने बहुत मेहनत की है, वो छुटिटयों में आया भी, लेकिन उसने अपनी प्रैक्टिस जारी रखी। तभी उसका प्रदर्शन इतना निखर कर आया है।
किरण पाल सिंह, भुवी के पिता
भुवनेश्वर को बहुत बधाई। उसने बहुत मेहनत की है। वो भाई है छोटा अब छोटे भाई का भी नाम लॉडर्स मैदान पर दर्ज हुआ है। तो बड़े को तो खुशी होगी ही ना।
प्रवीण कुमार, भारतीय क्रिकेटर