-नेपाल में एक संदिग्ध मामला, बॉर्डर से सटे सात जिलों में अलर्ट, लक्षण मिलने पर तत्काल रिपोर्ट का आदेश

PATNA: चीन में फैले घातक नोवेल कोरोना वायरस से अब तक सैकड़ों मौत हो चुकी है और शनिवार की शाम तक नेपाल के एक व्यक्ति के प्रभावित होने की सूचना है। केन्द्र के बाद बिहार सरकार ने भी एडवाइजरी जारी कर अलर्ट किया है। खास कर स्वास्थ्य विभाग की ओर से बिहार के सात जिले जो नेपाल से लगते हैं, के सभी स्वास्थ्य पदाधिकारियों को अलर्ट किया गया है। नेपाल सरकार को भी कहा गया है कि यदि कोई संदिग्ध पेशेंट मिलता है तो जानकारी शेयर करे और यदि भारत से कोई नेपाल की ओर जाए और संदिग्ध हो तो यह सूचना भी शेयर होगी। हालांकि बिहार में अभी तक कोरोना वायरस का मामला सामने नहीं आया है।

बार्डर से ट्रैवल हिस्ट्री पर नजर

नेपाल बार्डर से भारत आने वालों की मेडिकल जांच सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाएगा। इस बारे में बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति में स्टेट सर्विलिएंस अफसर डॉ रागिनी मिश्रा ने बताया कि नेपाल के माइग्रेशन अफसर से बात की जाएगी। यदि किसी को फीवर और कफ है, साथ ही उनका चीन के साथ ट्रैवल हिस्ट्री है तो स्क्रीनिंग होगी, सैंपल लिया जाएगा और आइसोलेट किया जाएगा। एक जनवरी से अब तक ट्रैवल की जानकारी ली जाएगी। कलेक्ट सैंपल नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलाजी, पुणे भेजा जाएगा। इस पूरे काम को सही से करने के लिए जिला प्रशासन को भी अलर्ट किया गया है।

पटना में भी अलर्ट

इस पूरे मामले को लेकर पटना भी संवेदनशील है। क्योंकि पटना में गया से होते हुए तमाम बुद्धिस्ट आते हैं और जिनकी ट्रैवल हिस्ट्री चाइना से जुड़ी होती है। हालांकि पटना एयरपोर्ट से सीधे चीन को जोड़ने वाली फ्लाइट नहीं है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग इसे लेकर सभी को अलर्ट करने में जुटा है।

एयरपोर्ट पर थर्मल स्क्रीनिंग

स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट की सूचना में इस बात का जिक्र किया है कि बिहार में बड़ी संख्या में बुद्धिस्ट टूरिस्ट आते हैं और चीन से भी बड़ी संख्या में टूरिस्ट का आगमन होता है। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने एयरपोर्ट के अधिकारियों के साथ संपर्क कर थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था करने की बात कही है। साथ ही केन्द्र सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी का पालन करने के लिए भी हर संभव उपाय करने को कहा है।

एक भी छूटा तो खतरा

कोरोना के खतरों की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यह ह्यूमन टू हयूमन के संपर्क में आने से तेजी से फैलता है। सीनियर फिजीशियन डॉ दिवाकर तेजस्वी ने बताया कि यह पहली बार देखा गया है। यह नया जीन स्ट्रक्चर के साथ आया है और बेहद घातक है। यह सार्स वायरस से मिलता-जुलता है।

किसी भी प्रकार से संपर्क घातक

इस वायरस का असर बहुत व्यापक हो सकता है। इस बारे में सीनियर फिजिशियन डॉ राजीव रंजन ने बताया कि यदि किसी भी प्रकार से संक्रमित व्यक्ति का कुछ भी संपर्क में आता है तो उसका असर जरुर होगा। जैसे संक्रमित व्यक्ति का रुमाल, खुले में छींक, नजला आदि। इसलिए यदि कोई संक्रमित है तो किसी भी प्रकार का संपर्क घातक है।

नोवेल कोरोना वायरस के लक्षण

यह वायरस ऊंट, बिल्ली और चमगादड़ सहित कई पशुओं में भी प्रवेश कर रहा है। ड?ल्यूएचओ के मुताबिक, कोरोना वायरस सी-फूड से जुड़ा है। इसके पेशेंट में जुकाम, खांसी, गले में दर्द, सांस लेने में दिक्कत, बुखार जैसे शुरुआती लक्षण देखे जाते हैं। इसके बाद ये लक्षण न्यूमोनिया में बदल जाते हैं और किडनी को नुकसान पहुंचाते हैं। फेफड़े में गंभीर किस्म का संक्रमण हो जाता है। अभी तक इस वायरस से निजात पाने के लिए कोई वैक्सीन नहीं बनी है। कोरोना-वायरस के निगरानी के लिए इंट्रीगेटेड डिजीज ऑफ सर्विलांस प्रोग्राम(आइडीएसपी) के राज्य सर्विलांस अधिकारी को नोडल पदाधिकारी के रूप में नामित किया गया है। जिलों और स्वास्थ्य संस्थानों से निरंतर संपर्क में रहने का निर्देश दिया गया हैं।

जिलों को भेजे गए रिपोर्टिग फॉर्मेट

स्वास्थ्य विभाग ने आइडीएसपी द्वारा विकसित रिपोर्टिग फॉर्मेट को सभी जिलों एवं स्वास्थ्य संस्थानों को भेजा है ताकि जिले इस रोग के प्रति सतर्क रहें। सभी जिलों से कहा गया है कि रोग के लक्षण पाए जाने पर तत्काल रिपोर्ट करें। संदिग्ध मामलों की लगातार निगरानी सुनिश्चित कराएं।