कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। शनिवार को तीन चरण के बिहार विधानसभा चुनाव के समापन के बाद वोटों की गिनती कल 10 नवंबर (मंगलवार) से शुरू होगी। 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर को समाप्त हो रहा है। कुल सीटों में से 38 सीटें एससी और दो एसटी के लिए आरक्षित हैं। चुनाव आयोग ने बिहार में 38 जिलों में 55 मतगणना केंद्रों की स्थापना के साथ, 414 मतगणना हॉल की स्थापना करके मतगणना के लिए विस्तृत व्यवस्था की थी। चूंकि मतदान समाप्त हो चुके हैं। ऐसे में सभी चुनाव परिणाम का इंतजार कर रहे।

अफिशल वेबसाइट पर ऐसे देखें रिजल्ट
बिहार एसेंबली इलेक्शन रिजल्ट का इंतजार कर रहे वोटर्स Election Commission of India की अफिशल वेबसाइट https://eci.gov.in/ पर जाकर बिहार चुनावों का परिणाम देख सकते हैं। इस वेबसाइट पर जाकर इलेक्शन रिजल्ट पर क्लिक करते ही बिहार इलेक्शन रिजल्ट का पेज खुलेगा। जिस पर विधानसभा क्षेत्र वार और सीटवार रिजल्ट देखा जा सकेगा।

सुबह 8 बजे से होगी गिनती
बिहार विधानसभा चुनावों के वोटों की गिनती सुबह 8 बजे से शुरु होगी। पहले डाक मतपत्र की गिनती होगी। इसके लिए निर्वाची पदाधिकारी/सहायक निर्वाची पदाधिकारी की देखरेख में अलग हॉल की व्यवस्था करने की स्वीकृति भी दी है। इसके बाद ईवीएम खोले जाएंगे।

उप-चुनावों का भी आएगा परिणाम
बिहार विधानसभा के अलावा 10 नवंबर को 11 राज्यों की 56 विधानसभा सीटों पर हुए उप-चुनाव का परिणाम भी घोषित किया जाएगा। इसमें मध्य प्रदेश में 28 सीटों और यूपी की 7 सीटों के उपचुनाव रिजल्ट पर सबकी नजर टिकी है। इनके परिणाम भी आप ECI की वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं।

बिहार में तीन चरणों में हुई वोटिंग
पहले चरण में, 16 जिलों में 71 सीटें पर 28 अक्टूबर (1,066 उम्मीदवारों) को मतदान हुए, जबकि दूसरे फेज में 17 जिलों की 94 सीटों पर मतदाताओं ने 3 नवंबर (1,463 उम्मीदवारों) को अपने मताधिकार का प्रयोग किया। तीसरे चरण में, 15 जिलों में 78 सीटें पर 7 नवंबर (1,204 उम्मीदवारों) को वोटिंग हुई।

इस बार हुआ रिकाॅर्ड मतदान
बिहार में इस साल के विधानसभा चुनावों में 57.05 प्रतिशत मतदान हुआ, जो कि आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार COVID-19 महामारी के बावजूद 2015 की तुलना में अधिक है। 2015 में हुए चुनावों में वोटिंग करीब 56.66 प्रतिशत रही थी। इस साल महिला मतदाताओं की संख्या 59.69 प्रतिशत थी, जो पुरुष मतदाताओं की संख्या 54.68 प्रतिशत से अधिक थी। इस वर्ष के मतदान में तीसरे चरण में अपेक्षाकृत तेजी से मतदान हुआ था जिसमें कोसी-सीमांचल, मिथिलांचल और तिरहुत के 15 जिलों की 78 सीटों शामिल हैं।