- अरवल की जूली लड़कियों में अव्वल, टॉप-10 की सूची में पटना का एक भी छात्र नहीं

-80.59 फीसद विद्यार्थी हुए पास

-14,94, 071 परीक्षार्थी हुए थे शामिल

-12,04,030 परीक्षार्थी रहे सफल सफल

- 481 अंक के साथ हिमांशु राज रहे अव्वल

- 480 अंक मिले दूसरे स्थान पर रहे दुर्गेश को

- 478 अंक मिले शुभम, राजवीर और जूली को, तीनों को संयुक्त रूप से तीसरा स्थान

: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की मैट्रिक परीक्षा में इस बार गांव के बच्चों की धमक रही। परीक्षा में कुल 80.59 फीसद छात्र-छात्रा सफल रहे। रोहतास के हिमांशु राज ने कुल 500 अंकों की परीक्षा में 481 अंक प्राप्त कर प्रथम स्थान हासिल किया है। समस्तीपुर के दुर्गेश कुमार 480 अंक के साथ दूसरे स्थान पर रहे। भोजपुर के शुभम कुमार, औरंगाबाद के राजवीर और अरवल की जूली कुमारी को संयुक्त रूप से तीसरा स्थान मिला। तीनों को 478 अंक मिले हैं। मैट्रिक के टॉप टेन में कुल 41 परीक्षार्थियों ने स्थान बनाया है। राजधानी पटना समेत राज्य के बड़े शहरों में शुमार मुजफ्फरपुर और भागलपुर का एक भी छात्र टॉपर्स लिस्ट में जगह नहीं बना सका।

रिकॉर्ड समय में जारी किया रिजल्ट

राज्य के शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा ने सचिवालय स्थित शिक्षा विभाग के दफ्तर में मंगलवार की दोपहर रिजल्ट जारी किया। मंत्री ने सभी सफल छात्र-छात्राओं को बधाई दी। बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा कि देश में लॉकडाउन के बावजूद बिहार बोर्ड ने देश में सबसे पहले इंटर और मैट्रिक का रिजल्ट जारी किया है। मौके पर अपर मुख्य सचिव आरके महाजन भी मौजूद थे।

केवल चार परीक्षार्थियों का रिजल्ट लंबित

मैट्रिक की परीक्षा में इस वर्ष कुल 14 लाख 94 हजार 071 परीक्षार्थी शामिल हुए थे, जिसमें 12 लाख 04 हजार 030 परीक्षार्थी सफल रहे हैं। दो लाख 89 हजार 692 परीक्षार्थी असफल रहे हैं। केवल चार परीक्षार्थियों का रिजल्ट लंबित है। पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष 0.14 फीसद कम छात्र-छात्रा सफल हुए हैं।

सफल छात्र-छात्राओं की श्रेणी

प्रथम श्रेणी : 4,03,392

द्वितीय श्रेणी : 5,24,217

तृतीय श्रेणी : 2,75,402

सिर्फ पास : 1019

------

6,13,485 कुल सफल छात्र

5,90,545 कुल सफल छात्राएं

---------

पिछले चार वर्षो का रिजल्ट

वर्ष 2017 : 50.12 फीसद

वर्ष 2018 : 68.89 फीसद

वर्ष 2019 : 80.73 फीसद

वर्ष 2020 : 80.59 फीसद