- जोर लगाएगी एनडीए, 24 सीटों पर होगा विधान परिषद चुनाव

- लोजपा अपने को कर रही स्ट्रांग, छह सीटों पर कर रही दावा

PATNA: बिहार विधान परिषद् की ख्ब् सीटों पर चुनाव होना हैं। इसे लेकर तमाम पार्टियों के नेता में कसरत शुरू हो गई है। लोजपा ने एनडीए पर छह सीटों के लिए दबाव बनाया है। ये छह सीट हाजीपुर, नालंदा, सुपौल, मुंगेर, समस्तीपुर और मधुबनी है। नीतीश कुमार ने राजनीतिक नीति के तहत पहले ही लोजपा के कई एमएलसी को अपनी ओर कर विधान परिषद् का सूपड़ा साफ कर दिया था, इसलिए लोजपा की दावेदारी के अपने मायने हैं। दूसरी तरफ, जेडीयू-आरजेडी में हुए समझौते के अनुसार क्0-क्0 सीटों पर समझौता हुआ है। चार सीटें सहरसा, बेतिया, पूर्णिया और कटिहार कांगे्रस व वाम दलों के लिए छोड़ दी गई हैं।

ये होंगे माले के प्रत्याशी

माले ने सात सीटों के लिए प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी है। वाम दलों के संयुक्त मोर्चा के तहत माले को क्0 सीटें मिली हैं। राज्य स्थाई समिति की बैठक में इन 7 नामों पर फैसला लिया गया है।

भोजपुर-बक्सर से आरा नगर निगम के पूर्व वार्ड पार्षद राजनाथ राम।

सीवान से एपवा के एवं जिला पार्षद सोहिला गुप्ता।

पटना से खेत मजदूर सभा के राज्य सचिव रविदास।

औरंगाबाद से दाउदनगर नगर पंचायत के पूर्व वार्ड पार्षद धर्मेन्द्र कुमार दबगर।

वैशाली से अखिल भारतीय किसान महासभा के राज्य अयध्क्ष विशेश्वर यादव।

गया-जहानाबा- अरवल से ऐपवा व माले नेता राता बर्नवाल।

मुजफ्फरपुर से वरिष्ठ माले नेता जितेन्द्र यादव।

ये होते हैं वोटर

पंचायती राज में पंच व सरपंच को छोड़ सभी यानी मुखिया, पंचायत समिति सदस्य। नगरपालिका, नगर परिषद्, नगर निगम के सदस्यगण। विधान मंडल केसदस्य, पार्लियामेंट के एमपी अपने-अपने जिले के।

इस बार की खासियत

इस बार की खासियत ये होगी कि पहले जहां चुनाव आयोग की ओर से सर्टिफिकेट दिखाया जाता था वहीं इस बार धनबल-बाहुबल का प्रयोग रोकने के लिए परिचय पत्र जारी किया गया है।

अभी विधान परिषद् में पार्टियों की स्थिति

जेडीयू- फ्9

बीजेपी-ख्0

काग्रेस-ब्

आरजेडी-भ्

सीपीआई-ख्

इंडिपेंडेंट-भ्