PATNA CITY: आखिरकार जिसका डर था वही हुआ। मंगलवार की सुबह भ्.फ्0 बजे अशोक राजपथ के किनारे गुरहट्टा में करीब सौ साल पुराने मकान का छज्जा गिर गया, जिसकी चपेट में आने फ् लोग जख्मी हो गए। जबकि जर्जर भवन के बारे में अनुमंडल प्रशासन और नगर निगम दोनों को जानकारी थी, लेकिन दोनों एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डालते रहे। मालूम हो कि आई नेक्स्ट ने जर्जर मकानों से संबंधित खबर प्रकाशित कर जिम्मेदारों को पहले ही आगाह किया था।

-और भी हो सकते हैं हादसे

बताया जाता है कि जिस समय छज्जा गिरा, उस समय मुहल्ले की गलियों एवं घरों से छात्र स्कूल जाने के लिए निकल रहे थे। तभी तीन लोग हादसे का शिकार हो गए। दो का सिर फट गया और एक अन्य को भी चोट आई है। विदित हो कि अब भी अशोक राजपथ में तख्तश्री पटना साहिब के ठीक सामने, हरिमंदिर गली मोड़ पर, हरिमंदिर गली में, कचौड़ी गली में, तारणी प्रसाद लेन मच्छरहट्टा के मुर्शिदाबाद इस्टेट का छज्जा एवं मकान भी जर्जर है। यह कभी गिर सकता है।

-आखिरकार जिम्मेदारी किसकी?

मालूम हो कि एसडीओ योगेन्द्र सिंह कहते रहे हैं कि उन्होंने नगर निगम सिटी अंचल के ईओ से जर्जर भवन के संबंध में रिपोर्ट मांग उस पर कार्रवाई करने को लिखा था। इसके बाद भवन निर्माण के कार्यपालक अभियंता को अशोक राजपथ के किनारे जर्जर भवन को चिन्हित कर रिपोर्ट मांगी है। दूसरी तरफ, नगर निगम सिटी अंचल के ईओ अजय कुमार का कहना था कि उन्होंने निगम के अभियंत्रण शाखा के अभियंता को जर्जर भवन को चिन्हित कर कार्रवाई करने को कहा है।