PATNA: बिहार में संडे को बीते 24 घंटे में 1266 कोरोना के नए मामले मिले। जबकि शुरुआत में करीब इतना ही आंकड़ा पहुंचने में 55 दिन लगा था। 17 मई को बिहार में कोरोना संक्रमितों का कुल आंकड़ा 1284 पहुंचा था। 21 मार्च से बिहार में कोरोना की जांच शुरु की गई थी। बिहार में पहले 100 केस 20 अप्रैल को जबकि पटना में पहला 100 कोरोना केस 14 मई को मिला था। वर्तमान में बिहार में कोरोना का रिकवरी रेट 73.31 प्रतिशत है जबकि पटना में रिकवरी रेट 61.40 है। पटना में अब तक 1147 संक्रमित स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं।

पटना हाईकोर्ट से सीएम ऑफिस तक मिले पेशेंट

कोरोना का असर भयावह रूप से फैल रहा है। रविवार को जहां से भी जांच के लिए सैंपल लिए गए वहां से पॉजिटिव मिले। इसमें कई बडे़ संस्थान की इसकी जद में आ चुके हैं। सिविल सर्जन डॉ आरके चौधरी ने बताया कि राजभवन बैरक, बीएमपी- एक, सीएम ऑफिस, फायर स्टेशन, पटना हाईकोर्ट, एनएमसीएच और बिहार स्टेट हेल्थ सोसाइटी से भी नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। इसमें पटना हाई कोर्ट से 19 नए संक्रमित मिले हैं।

मरने के बाद आई पॉजिटिव रिपोर्ट

पीएमसीएच में संडे को 324 कोरोना सैंपल की जांच की गई। इसमें पांच पॉजिटिव मिले। प्रिंसिपल डॉ विद्यापति चौधरी ने बताया कि नए केस में 3 केस ठाकुरबाड़ी रोड, एक पटना सिटी और एक पीएमसीएच का व्यक्ति संक्रमित पाया गया। वहीं, शनिवार को दो डेथ पेशेंट जो वैशाली के थे, के मरने के बाद रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। रिपोर्ट आने तक इन्हें कैंपस में ही रखा गया था। जबकि 12 मई से अब तक प्रदेश में रोज औसतन 238 नए मामले मिल रहे हैं।

बेटी के लिए बनाया 'कोरोनाप्रूफ' बाइक

पटना के राजीव नगर के विवेक कुमार ने अपनी बाइक को कोरोनाप्रूफ बनाने का प्रयास किया है। विवेक की 4 महीने की बेटी है, जिसे टीकाकरण और देखभाल के लिए डॉक्टर के पास ले जाना पड़ता है। बेटी कोरोना का शिकार नहीं हो, इसके लिए उन्होंने अपनी बाइक पर प्लास्टिक कवर लगाया है। विवेक ने बताया कि बाइक को कवर करने में एक हफ्ता लगा। बेटी को अस्पताल ले जाने के लिए कोरोना के डर से पब्लिक ट्रांसपोर्ट का यूज नहीं करते।