- प्रेमचंद रंगशाला के बगल में नहीं डंप किया जाएगा शहर का कचरा

- छोटे प्वाइंट से उठाकर बैरिया फेंका जाएगा शहर का कचरा

- साइंस सिटी बनाने की प्रक्रिया को लेकर पटना कमिश्नर ने निगम कमिश्नर को दिया आदेश

PATNA: साइंस सिटी सेंटर को लेकर एक बार फिर से पटना कमिश्नर, निगम कमिश्नर सहित बांकीपुर सर्किल के एग्जीक्यूटिव सहित इंजीनियर की टीम ने प्रेमचंद रंगशाला स्थित बांकीपुर डंपिंग यार्ड का निरीक्षण किया। इस दौरान पटना कमिश्नर ने निगम कमिश्नर को निर्देश दिया कि अब बांकीपुर सर्किल का कचरा यहां डंप नहीं किया जाएगा, क्योंकि इस जगह को अब तक साइंस सेंटर के रूप में डेवलप किया जाएगा। इसके बाद निगम कमिश्नर ने बांकीपुर सर्किल के एग्जीक्यूटिव को निर्देश दिया है कि वो अब इन एरिया को डंपिंग यार्ड के रूप में यूज न करें। जानकारी हो कि अब तक बांकीपुर सर्किल से निकलने वाले तमाम बेस्ट को यहीं पर डंप किया जाता था और फिर यहां से बैरिया डंपिंग यार्ड ले जाया जाता था।

छोटे-छोटे डंपिंग यार्ड बनाए जाएंगे

बांकीपुर सर्किल अब छोटे-छोटे डंपिंग यार्ड के निर्माण में जुट गया है। एक वीक के भीतर विभिन्न एरिया में डंपिंग यार्ड का निर्माण करने जा रही है। इसके लिए लोकल लोगों व सफाई कर्मी को भी इसकी जानकारी दी जाएगी कि वे इन्हीं प्वाइंट से कचरा को उठाकर सीधे बैरिया तक पहुंचाएं। फिलहाल बांकीपुर सर्किल के लिए यह चैलेंजिंग है कि वो ऐसे छोटे-छोटे डंपिंग यार्ड का निर्माण करें और वहां से हर दिन सही समय पर कचरा को उठा लें, क्योंकि संकरा एरिया होने से अगर एक दिन भी कचरा एरिया में फंसता है, तो परेशानी बढ़ सकती है। बांकीपुर सर्किल के एग्जीक्यूटिव ने कहा कि डंपिंग प्वाइंट की तलाश करने से लेकर कचरा को अब इन्हीं प्वाइंट पर डंप किया जाएगा।

The other side

लापरवाही से बढ़ सकती है परेशानी

जानकारी हो कि बांकीपुर सर्किल एरिया के विभिन्न जगहों पर नए डंपिंग यार्ड का निर्माण करके कचरा उठाव के दौरान लापरवाही दिखाई गई, तो फिर परेशानी बढ़ सकती है। क्योंकि एक दिन से अधिक रहने की वजह से कचरे की संड़ाध से परेशानी काफी बढ़ जाती है।

इसे गर्दनीबाग न बना दिया जाए

गर्दनीबाग के रहने वाले मनोज लाल दास मन्नू ने बताया कि गर्दनीबाग अस्पताल के सामने नए डंपिंग यार्ड बनाकर निगम ने लापरवाही दिखाई थी, जिससे आज तक आमलोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अब बांकीपुर सर्किल में भी इस तरह की लापरवाही की गई तो एरिया के लोगों को पीने के पानी से लेकर मच्छर और बदबू के बीच नारकीय जीवन जीना पड़ेगा।