पटना (ब्यूरो)। राजधानी की सड़कों पर पिछले तीन साल में हुए सड़क हादसे में अब तक 1797 लोगों की जान जा चुकी है और करीब 1660 लोग इन हादसों में घायल हो चुके हैं। डीटीओ ऑफिस से मिले आंकड़ों के अनुसार, इन हादसों में बाइक सवार की संख्या ज्यादा है।

इस साल ज्यादा हादसे
डीटीओ से मिले आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, जिले के करीब-करीब सभी सड़कों पर हादसे हुए हैं। 2019 में सबसे ज्यादा 657 लोगों की जान हादसों के कारण चली गई जबकि 561 लोगों की जान 2020 में चली गई। पिछले साल की तुलना में इस साल ज्यादा लोग हादसों का शिकार बने हैं। इस साल अब तक 579 लोग असमय अपना जीवन खो बैठे हैं।

1600 से ज्यादा घायल
आंकड़ों के अनुसार, पिछले तीन सालों में 1660 लोग सड़क हादसे में घायल हुए हैं। एक्सीडेंट में घायल होने वालों की संख्या इस साल कम है। साल 2021 में हादसों में घायल होने वालों की संख्या 490 है जबकि 2020 में घायलों की संख्या 550 और 2019 में 620 है।

2900 से ज्यादा हादसा
पिछले तीन सालों में ज्यादा 1163 सड़क हादसे साल 2019 में हुए। जबकि वर्ष 2020 में 872 सड़क हादसे हुए हैं। इस साल अभी तक 901 सड़क हादसे हो चुके हैं। वर्ष 2019 में सबसे ज्यादा सड़क हादसे मई माह में घटे हैं। इस माह में 126 घटनाएं दर्ज की गई। इसी माह में सबसे ज्यादा 79 मौत व 82 घायल रिकॉर्ड किए गए। इसी प्रकार, वर्ष 2020 में सबसे ज्यादा 92 एक्सीडेंट दिसंबर माह में दर्ज किए गए। जबकि सबसे ज्यादा 64 मौतें अगस्त माह में हुईं। वर्ष 2021 में सबसे ज्यादा 103 हादसे जनवरी महीने में रिकॉर्ड किए गए हैं। इसी माह सबसे ज्यादा 70 मौतें भी दर्ज की गई हैं जबकि सबसे ज्यादा 61 लोगों के घायल होने की सूचना फरवरी माह में है।

नियमों का करें पालन
पटना डीटीओ श्रीप्रकाश ने बताया कि सड़क पर सुरक्षित सफर करने के लिए हर किसी को ट्रैफिक नियमों का पालन करना चाहिए। इससे कम से कम क्षति होने की संभावना रहती है। विभागीय स्तर पर सड़क पर लगातार हेल्मेट नहीं पहनने वाले, सीट बेल्ट नहीं लगाने वालों पर कार्रवाई की जाती है। लेकिन लोगों को यह समझने की जरूरत है कि अपनी सुरक्षा अपने ही हाथ में होती है। विभाग लोगों को सड़क सुरक्षा के लिए प्रेरित भी करता है और नियम तोडऩे वालों के खिलाफ जुर्माना भी लगाया जाता है। ट्रैफिक पुलिस व विभाग, दोनों ही बराकर सुरक्षा के लिए अहम कदम को उठाते रहते हैं। डीएम की अध्यक्षता में हर तीन माह पर सड़क सुरक्षा को लेकर बैठक भी होती है।

ब्लैक स्पॉट पर कार्य
डीटीओ ने बताया कि सड़क पर चिन्हित किए गए ब्लैक स्पॉट को दूर करने के लिए विभाग अपने स्तर पर कार्य भी करता है। अगर सड़कें खराब हैं तो उसे सही करने की पहल की जाती है। लाइट को भी दुरूस्त किया जाता है। लेकिन इन सबमें सबसे अहम यह है कि कार या बाइक ड्राइव करते वक्त ट्रैफिक नियमों का पालन अनिवार्य है।

आंकड़ों पर एक नजर
साल 2019
माह हादसे मृतक घायल
जनवरी 106 59 56
फरवरी 93 48 53
मार्च 114 68 64
अप्रैल 98 52 52
मई 126 79 82
जून 113 73 57
जुलाई 93 46 56
अगस्त 78 40 38
सितंबर 68 33 32
अक्टूबर 73 43 42
नवंबर 91 55 39
दिसंबर 110 61 49

साल 2020
माह हादसों की संख्या मृतकों की संख्या घायल
जनवरी - 79 - 44 - 44
फरवरी - 77 - 41 - 57
मार्च - 69 - 40 - 63
अप्रैल - 29 - 17 - 29
मई - 50 - 36 - 31
जून - 83 - 58 - 44
जुलाई - 60 - 37 - 36
अगस्त - 86 - 64 - 57
सितंबर - 84 - 56 - 54
अक्टूबर - 80 - 53 - 45
नवंबर - 83 - 57 - 46
दिसंबर - 92 - 58 - 44

साल 2021 (अब तक)
माह हादसों की संख्या मृतकों की संख्या घायल
जनवरी - 103 - 70 - 51
फरवरी - 100 - 62 - 61
मार्च - 82 - 55 - 32
अप्रैल - 81 - 66 - 46
मई - 79 - 65 - 37
जून - 69 - 48 - 43
जुलाई - 78 - 51 - 49
अगस्त - 80 - 36 - 24
सितंबर - 84 - 57 - 43
अक्टूबर - 72 - 39 - 61
नवंबर - 73 - 30 - 43
दिसंबर - - - - - -