- बिहटा के किशनपुर गांव में जमीन विवाद में दो युवकों को गोलियों से भूना

- इससे पहले शनिवार को आलमगंज में एक युवक की गोली मारकर हुई थी हत्या

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क्कन्ञ्जहृन् : राजधानी में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। लगातार आपराधिक वारदात को अंजाम दे रहे हैं। पटना में 24 घंटे के दौरान अपराधियों ने तीन लोगों की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी। अपराधियों ने बिहटा थाना क्षेत्र के रामबाग स्थित मचा स्वामी मठ के पास किशनपुर गांव में शनिवार देर रात गोलियों से भूनकर दो युवकों की हत्या कर दी। इस वारदात में एक युवक बुरी तरह जख्मी हो गया। मृतक की पहचान किशुनपुर गांव निवासी रमेश सिंह के बेटे राहुल कुमार (30), राजेश्वर सिंह के बेटे प्रदीप कुमार (28) के रूप में की गई। वहीं, घायल की पहचान स्व। रामसुमेश्वर सिंह के बेटे अजित कुमार के रूप में हुई। अजित के सिर में गोली लगी है। पटना में उनका इलाज चल रहा है। घटना के बाद स्वजनों में कोहराम मच गया। परिजनों की ओर से इस मामले में राजद विधायक भाई वीरेंद्र के भतीजे सोनू पर आरोप लगाया गया है। आरोप है कि भाई वीरेंद्र भी वहां समझौता कराने पहुंचे थे।

इससे पहले शनिवार को दिनदहाड़े आलमगंज थाना क्षेत्र के महावीर घाट स्थित एक चाय की दुकान पर दिनदहाड़े हथियारबंद अपराधियों ने 32 वर्षीय दीपक उर्फ पगलवा की गोली मारकर हत्या कर दी थी।

मकान की कर रहे थे रखवाली

जानकारी के अनुसार, शनिवार की देर रात तीनों युवक अपने नए मकान की सुरक्षा कर रहे थे। इस दौरान रात लगभग 11 बजे अपराधी वहां पहुंचे और ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगे। फायरिंग में राहुल कुमार और प्रदीप कुमार नाम के युवक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अजित कुमार गंभीर रूप से घायल हो गया। मृतक के परिजन के मुताबिक, रंगदारी का विरोध करने पर हत्या को अंजाम दिया गया है।

मौके पर पुलिस बल तैनात

डबल मर्डर की वारदात के बाद पूरे गांव में दहशत का माहौल हो गया। सुरक्षा के मद्देनजर मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया। वहीं, घटना से गुस्साए लोगों ने रविवार की सुबह पटना-बिहटा मुख्य मार्ग को जाम कर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे लोग पुलिस और सरकार के खिलाफ नारे लगाए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस के आलाधिकारी मौके पहुंचे और छानबीन की। घटनास्थल पर पहुंचे सिटी एसपी अशोक मिश्रा ने आश्वासन दिया कि अपराधी जल्द पकड़े जाएंगे। इसके बाद करीब 11 बजे दिन में लोगों ने जाम हटाया। इस मामले महिला समेत दो को हिरासत में लिया गया है।

फायरिंग कर हुए फरार

परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार, अपराधियों ने घर के पास पहुंचते ही अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। राहुल कुमार, प्रदीप कुमार और अजीत कुमार कुछ समझ पाते, इससे पहले ही अपराधियों ने इन्हें गोलियों से भून डाला। गोली लगते ही राहुल कुमार और प्रदीप कुमार की मौके पर ही मौत हो गई। इधर, ताबड़तोड़ फायरिंग की आवाज सुनते ही आसपास के गांव के लोग घर से बाहर निकल कर अपराधियों को खदेड़ दिया। ग्रामीणों को अपनी ओर आता देख अपराधी फायरिंग करते हुए फरार हो गए। घटना की सूचना मिलते ही राहुल कुमार और प्रदीप कुमार के परिजन मौके पर पहुंचे और तत्काल इसकी सूचना भी स्थानीय थाने को दी गई।

मांगी थी रंगदारी

वारदात की सूचना मिलते ही बिहटा के प्रभारी थानाध्यक्ष दलबल के साथ किशनपुर गांव पहुंचे। वहीं, दानापुर डीएसपी सहित पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंच हालात का जायजा लिया। मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया कि रंगदारी की मांग को लेकर यहां अपराधियों का वर्चस्व कायम है। इसे रोकने में पुलिस पूरी तरह नाकाम है।

तीन से हो रही पूछताछ

वारदात की सूचना के बाद भारी संख्या में ग्रामीण जमा हो गए हैं। बिहटा-पटना मुख्य मार्ग को रात में ही जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया है। आक्रोशित लोगों ने मुख्य मार्ग पर टायर और ट्यूब जलाकर जमकर प्रदर्शन किया। वहीं, बिहटा थाना के प्रभारी थानाध्यक्ष ने बताया कि इस मामले में तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। घटना के बाद किशनपुर गांव में पुलिस तैनात कर दी गई है।

जमीन का चल रहा था विवाद

बताया जाता है कि श्री श्री 1008 माचा स्वामी स्कूल के पास कुछ जमीन को लेकर राहुल कुमार का गांव के ही मनोज कुमार के परिवार से विवाद चल रहा था। राहुल के परिवार ने उस जमीन की घेराबंदी कर वहां निर्माण भी शुरू करा दिया था। लेकिन दिन में घेराबंदी कर लौटते ही दूसरे पक्ष के लोग उस दीवार को तोड़ देते थे। इसको लेकर राहुल कुमार का परिवार वहीं सोता था।

रणनीति बना वारदात को दिया अंजाम

जानकारी के अनुसार, घटना के पूर्व हमलावरों ने श्री श्री 1008 माचा स्वामी स्कूल में लगे सभी सीसीटीवी भी तोड़ दिए थे। इससे आशंका जताई जा रही है हत्या पूरी रणनीति के तहत की गई है। जानकारी के अनुसार, विवादित जमीन पहले से प्रमोद महतो और मनोज महतो के परिवार का था। उक्त जमीन को मनोज महतो के भाई प्रमोद महतो ने राहुल कुमार सिंह को बेच दिया था। मनोज महतो के निधन के बाद उनकी पत्नी उस जमीन में आधा हिस्सा मांग रही थी। इसको लेकर दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया था। लोगों का आरोप है कि मनोज महतो की पत्नी ने यह हत्या करवाई है।