- अगले महीने शुरू होगा निर्माण

- गांधी सेतु के बराबर में बनने वाले सेतु से भी जुड़ेगा पासवान चौक फ्लाईओवर

- 42 माह में मिल जाएगी हाजीपुर-पटना रूट पर जाम से पूरी मुक्ति

PATNA :

उत्तर बिहार को राजधानी पटना से जोड़ने वाले बड़े प्वाइंट हाजीपुर के पासवान चौक को जल्द ही जाम से मुक्ति मिलेगी। पासवान चौक पर आठ लेन का फ्लाईओवर बनेगा। अगले महीने यानी मार्च से निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। विधान परिषद में सोमवार को गुलाम गौस के सवाल पर पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने सदन को यह जानकारी दी। बताया कि पासवान चौक पर लगने वाले जाम से लोगों को अगले 42 महीने में मुक्ति मिल जाएगी।

जाम का बड़ा प्वाइंट है ये चौक

विधान पार्षद देवेश चंद्र ठाकुर ने भी पूरक प्रश्न से कहा कि पासवान चौक पर फ्लाईओवर का निर्माण कराना बेहद जरूरी है, क्योंकि गांधी सेतु के बाद यहां सबसे ज्यादा जाम की समस्या से लोगों को जूझना पड़ता है। विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने कई सदस्यों द्वारा गंभीर समस्या बताए जाने पर मंत्री से शीघ्र पहल करने की ओर ध्यान आकृष्ट किया। सरकार ने बताया कि गांधी सेतु के समानांतर बनने वाले पुल की कनेक्टिविटी के लिए पासवान चौक पर फ्लाईओवर का निर्माण कराया जाएगा।

कांग्रेस के विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा ने गांधी सेतु के पुनर्निर्माण में घटिया स्टील और अन्य निर्माण सामग्री के इस्तेमाल का मामला भी उठाया, लेकिन पथ निर्माण मंत्री ने इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया।

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मुहूर्त निकल जाता है, दूल्हा अगले दिन पहुंचता है

राजधानी के बाईपास में जाम का मामला भी सदन में गूंजा। सत्ता और विपक्ष के सदस्यों ने जाम पर प्रशासन और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा किया। जदयू के संजीव कुमार सिंह के सवाल पर पूरक प्रश्न के जरिए नवल किशोर यादव ने सर्विस लेन में 24 घंटे गाडि़यां खड़ी रहने की ओर सदन का ध्यान आकृष्ट किया। उन्होंने कहा कि कई बार तो शादी का मुहूर्त निकल जाता है। दूल्हा जाम की वजह से रास्ते में रह जाता या फिर अगले दिन पहुंचता है। नवल किशोर यादव ने सदन में कहा कि पटना से निकलने के रास्ते में जाम की समस्या ऐसी है कि दूल्हे भी जाम में फंस जाते हैं और बारात फंसी होने के कारण कई लोगों की शादियां तक नहीं हो पातीं। एनएच-31 के अलावा दूसरे बाईपास पर सर्विस लेन पर स्थायी रूप से गाडि़या खड़ी रहती हैं। दर्जनों लोग प्रतिदिन दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं। पुलिस की वसूली की वजह से सर्वाधिक जाम की स्थिति बनती है। पथ निर्माण मंत्री जांच कराएं। पथ निर्माण मंत्री ने जांच कर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने का सदन को भरोसा दिया। जीरो माइल के इलाके में सड़क चौड़ी होने के बावजूद सर्विस लेन में भारी वाहनों की कतार लगी रहती है, इससे जाम की समस्या पैदा होती है।