-दिवाली की रात राजधानी में 9 जगह लगी आग

-शॉट सर्किट और पटाखों के कारण लगी आग

- दवा दुकान-गोदाम, बैग दुकान, ट्रक, कबाड़ी व चाय दुकान आदि में लगी आग

PATNA(28Oct)

दिवाली पर अतिशबाजी और शॉट सर्किट की चिंगारी से पटना में दो दवा दुकानों सहित 9 जगह आग लगी। फायर ब्रिगेड की गाडि़यां शाम से लेकर सुबह तक दौड़ती रहीं। एक जगह आग बुझाने टीम जाती तो वहीं दूसरे जगह से सूचना आ जाती। दिवाली की रात आग लगने के कारण कई कारोबारियों का दिवाला निकल गया। आगजनी की घटना में एक करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ है। राजधानी के गोविंद मित्रा रोड स्थित दो दवा एजेंसियों की चार दुकान और गोदाम, हथुआ मार्केट स्थित लेदर बैग और जूते-चप्पल की दुकान, राजापुर पुल दुजरा में झोपड़ीनुमा घर, अगमकुआं में ट्रक, पटना सिटी के आलमगंज में चाय की दुकान, चौक थाना क्षेत्र की मिरचाई गली और बहादुरपुर के संदलपुर में कबाड़ी दुकान में आग लग गई। इन सभी घटनाओं में एक करोड़ रुपए की संपत्ति जलकर राख हो गई।

सुबह-सुबह आग लगने से मचा हड़कंप

पीरबहोर थाना इलाके की गोविंद मित्रा रोड के बेनी माधव लेन स्थित लक्ष्मी मार्केट के दवा दुकान राज मेडिको और न्यू अशोक बंधु दवा दुकान में हुआ है। उन्होंने बताया कि सोमवार की अलसुबह लगभग 4:37 बजे फोन पर आग लगने की सूचना मिली। त्वरित कार्रवाई करते हुए फायरकर्मी मौके पर 4:45 बजे पहुंच गए और आग को बुझाने में जुटे।

6 घंटे बाद आग पर पाया काबू

लगभग छह घंटे तक आग को बुझाया गया, जिसमें पांच अधिकारी, 30 जवान और दमकल की चार बड़ी व दो छोटी गाडि़यों को लगाया गया। वे खुद घटना के समय से ही वहां मौजूद थे। राज मेडिको के मालिक राजीव जायसवाल ने बताया कि उनकी तीन दुकानों में आग लग गई, जिससे लगभग 30 लाख रुपये की दवा जल कर राख हो गई।

22 लाख का नुकसान

वहीं, न्यू अशोक बंधु दवा दुकान के मालिक ललिता शर्मा और उनके बेटे गौरव शर्मा ने कहा, हादसे में उनकी लगभग 22 लाख रुपए की दवा जल गई। साथ ही 90 हजार रुपए की नकदी भी आग की भेंट चढ़ गई। उन्होंने बताया कि उनकी पुलिस लाइन के पास मिठाई की दुकान है। दीपावली को लेकर गोविंद मित्रा रोड के दुकानदारों की ओर से लगभग साढ़े 350 किलो मिठाई और खोवा का ऑर्डर दिया गया था। उसका पेमेंट लगभग 90 हजार रुपए मिला था, जो कैश काउंटर में ही रखा था। इनकी आयुर्वेदिक की दुकान है।

सिटी में सबसे ज्यादा आग

पटना में दिवाली की रात आगजनी की कुल घटना 9 हुई। इसमें पांच घटनाएं पटना सिटी की है। वहां काफी नुकसान हुआ। सभी जगह आगजनी की घटनाएं सामान्य थी लेकिन गाविंद मित्रा रोड हुई आगजनी से हड़कंप मच गया। एक दर्जन फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंच गई। एक बार तो लगा कि आस-पास की बिल्डिंग में भी आग की लपटे पकड़ लेगी। इसके बाद आस-पास के मकान खाली करा दिए गए थे।

राहगीर से मिली जानकारी

जानकारी के मुताबिक रात लगभग दो बजे दो-तीन राहगीर गोविंद रोड से गुजर रहे थे। उन लोगों ने दुकान से धुआं और आग की लपटें निकलते देखा। वे लोग आपस में बात करते जा रहे थे। इन लोगों की आवाज महिमा पैलेस के मालिक बबलू ने सुन ली। वे वहां पहुंचे तो देखा कि आग की लपटें तेजी से दुकान से बाहर निकल रही हैं। उन्होंने तत्काल इसकी सूचना महिमा पैलेस में ही रहने वाले न्यू अशोक बंधु दवा दुकान के मालिक ललिता शर्मा को गार्ड के माध्यम से भिजवाया। इसके बाद पीरबहोर थाने व फायर बिग्रेड को सूचना दी गई। पूरे इलाके की लाइन काटी गई। देखते ही देखते भीड़ लगनी शुरू हो गई। इसके बाद फोन से कुर्जी में रहने वाले राज मेडिको के मालिक राजीव कुमार जायसवाल को जानकारी दी गई। वे भी दस मिनट में पहुंच गए। उन्होंने कहा, उनकी आंखों के सामने दुकान जलकर राख हो गई। जिस समय वे वहां पहुंचे थे, न्यू अशोक बंधु दुकान पूरी तरह जल चुकी थी। उसके बाद उनकी दुकान में आग लगी थी। देखते ही देखते आग ने भीषण रूप अख्तियार कर लिया। आग शॉर्ट सर्किट से लगी या दीपावली के दीये से, इसकी जांच फायर अधिकारी कर रहे हैं।

इंश्योरेंस भी नहीं था

दुकानदार राजीव जायसवाल ने कहा, दो महीने पूर्व उनकी मां का देहांत हो गया था। ऐसे में उनके यहां दीपावली नहीं मनाई गई थी। दुकान में पूजा नहीं हुई थी। इनकी दुकान का कोई बीमा भी नहीं है। वहीं ललिता शर्मा ने कहा, दीये से नहीं शॉर्ट सर्किट से आग लगी है, क्योंकि दीपावली को लेकर वे रात में दुकान की लाइट जलाकर गए थे।

पिछले साल के मुकाबले कम लगी आग

पिछले साल पूरे बिहार में 135 आगजनी की घटनाएं हुई थी। वहीं इस पर दिवाली की रात से दूसरे दिन सुबह तक 68 आगजनी की घटनाएं हुई है। यानी पिछले साल से अगर तुलना किया जाए तो इस पर आगजनी की घटनाएं आधी है। दरअसल फायर डिपार्टमेंट ने लोगों को सजग किया था। इसके साथ ही जगह-जगह जागरूकता अभियान चलाया गया था। इस कारण इस साल आगजनी की घटनाएं कम हुई है।