पटना ब्यूरो। जाने-माने शिक्षाविद, मोशन एजुकेशन के संस्थापक और सीईओ नितिन विजय ने कहा कि हर सपना साकार होगा अगर हम जो करें, पूरे दिल से करें। मुझे पढ़ाना पसन्द था, इसलिए मैं आईआईटी में पढ़कर भी शिक्षक बना और आज खूब खुश हूं। नितिन विजय बुधवार को बोरिंग रोड स्थित श्रीकृष्णापुरी में मोशन एजुकेशन के पटना सेंटर के उद्घाटन अवसर पर संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मोशन एजुकेशन की शुरुआत 7 दिसम्बर 2007 को मात्र एक कमरे की फिजिक्स क्लास से हुई थी। विद्यार्थियों की मदद का मिशन और निरंतर प्रयास का जज्बा ही था कि मोशन आज लाखों बच्चों की जिंदगी बदलने का जरिया बन चुका है। नितिन विजय ने कहा कि आमतौर पर कोचिंग संस्थानों पर आरोप लगाया जाता है कि वे उन विद्यार्थियों पर ज्यादा ध्यान देते हैं, जिनमें टॉपर बनाने की संभावना होती हैं। लेकिन मोशन में हमारे लिए हर विद्यार्थी ख़ास है। हम हर विद्यार्थी पर काम करते हैं। उसकी कमजोरियों को मिनिमाइज़ करके उसकी मजबूती को उभरते हैं। यही कारण है कि कोटा में मोशन अपने विद्यार्थियों के पर्सेंटेज ऑफ़ सलेक्शन के लिए जाना जाता है। उन्होंने कहा-आपने साइंस फिक्शन में पढ़ा होगा कि एक मशीन होती है जो इंसान का दिमाग पढ़ लेती है। मोशन में हम ऐसी ही अडेप्टिव कांसेप्चुअल प्रॉब्लम शीट मशीन- सीपीएस, का उपयोग कर रहे हैं। यह विद्यार्थी की कमी और मजबूती के हिसाब से प्रेक्टिस के लिए परसनलाइज सवाल देती है। दरअसल विद्यार्थी जब मोशन लर्निग एप के जरिए प्रक्टिस करता है या टेस्ट देता, सवाल हल करता है तो उनमें कुछ सवाल सही होते हैं, कुछ गलत हो जाते हैं। कुछ सवालों में वे रुचि लेते हैं तो कुछ में नहीं लेते। इससे एल्गोरिदम विद्यार्थी की कमियों, कमजोरियों को भांप लेता है। मजबूत पक्ष का भी अंदाजा लगा लेता है। र्टिफिशियल इंटेलिजेंस इस आधार पर विद्यार्थी के स्तर के मुताबिक प्रक्टिस के लिए फिर सवाल देती है। हर बच्चे को उसके स्तर के अनुकूल अलग-अलग कस्टमाइज प्रेक्टिस शीट जैसे इजी, मीडियम या टफ मिलती है। इस प्रकार कमजोर विषय की भी बार-बार प्रक्टिस होती है और एग्जाम से पहले ही विद्यार्थी की कमजोरी दूर हो जाती है। इससे इससे आईआईटी, नीट की तैयारी आसान हुई है और एवरेज बच्चों के सलेक्शन का अनुपात भी बढ़ रहा है।
मोशन एजुकेशन के स्थानीय डायरेक्टर दीपक कुमार ने बताया कि मोशन जेईई-मेन और एडवांस्ड, नीट, ओलंपियाड और विज्ञान संकाय से संबंधित प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोटा के सर्वश्रेष्ठ संस्थानों में शुमार है। इसके देशभर में 55 से अधिक सेंटर हैं। मोशन एजुकेशन के संस्थापक और सीईओ नितिन विजय यानी एनवी सर ने एक शिक्षक और मेंटर के रूप में अपनी 19 साल से अधिक की इस यात्रा के दौरान उन्होंने पांच लाख से अधिक विद्यार्थियों को इंजीनियर और डॉक्टर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
सेंटर हेड प्रो। (डॉ ) मिथिलेश कुमार ने बताया कि नीट,जेईई की तैयारी करने वाले हर बच्चे का सपना होता है कि वह कोटा जाकर तैयारी करे। लेकिन कई बच्चे परिवार से दूर रहकर कोचिंग नहीं लेना चाहते या कुछ बच्चों की आर्थिक स्थति इस बात की इजाजत नहीं देती कि कोटा के महंगे हॉस्टल में रहकर तैयारी कर सके। बच्चों को सुविधा मिल सके इसलिए कोटा का बेस्ट कोचिंग इन्टीट्यूट-मोशन एजुकेशन पटना में शुरू हो गया है। ऑपरेशनल हेड अभिषेक झा भगत ने बताया कि और एडमिशन प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। इसके लिए बोरिंग रोड स्थित श्रीकृष्णापुरी में मोशन लर्निंग सेंटर पर संपर्क किया जा सकता है।