-घाट पर सेल्फी क्रेज की बीमारी सेहत पर पड़ सकती है भारी

श्चड्डह्लठ्ठड्ड@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

क्कन्ञ्जहृन्: छठ को लेकर पटनाइट्स में सेल्फी की धूम घर से लेकर घाट तक साफ दिख

रही हैं। लेकिन घाट पर सेल्फी लेते समय बहुत से लोग इतने खो जाते है कि छोटी सी गलती से मोबाइल पानी में जा सकता है और खुद को चोट भी लग सकती हैं।

घाट हुआ पानी-पानी

काली घाट, एनआईटी घाट, गांधी घाट, महेंन्द्रू घाट समेत सभी घाटों को पीले और सफेद रंग के कपड़े से सजाया गया हैं। महिलाओं के लिए कपड़े बदलने की जगह समेत तमाम जरूरी इंतजाम किए गए हैं। लेकिन लोग गंगाजल भरकर घाट की सीढि़यों पर आना-जाना करते है जिससे सीढि़यों पर फिसलन हो जा रही हैं। यहीं फिसलन बेखौफ होकर सेल्फी लेने वालों के लिए हादसे की वजह बन रही है।

मोबाइल बचाने में खुद को नुकसान

लोग सेल्फी लेते समय इतना खो जाते है कि कई बार अच्छी सेल्फी की चक्कर में मोबाइल हाथ से छूट जाता हैं। जिसको संभालने की चक्कर में कई बार लोग खुद को चोट पहुंचा बैठते हैं। इसी घाट पर कदमकुआं से स्नान करने आए हुए रामजीवन चौधरी ने बताया कि घाट की सीढि़या बहुत गीली और फिसलन भरी है। रामजीवन नहाने के बाद वो सेल्फी ले रहे थे तभी अचानक से मोबाइल हाथ से फिसल गया। मोबाइल बचाने में घुटने में थोड़ी चोट आ गई है।

सेल्फी, कहीं घाट तो कहीं सीढि़यों के सहारे

घाट की रौनक में अपनी मौजदूगी दिखाने में पट्नाइट्स पीछे नहीं है। सोशल मीडिया पर सुंदर दिखने की चाह में बहुत से टीनएजर्स कहीं घाट तो कहीं सीढि़यों के किनारे लटक कर सेल्फी ले रहे है। हांलाकि घाट पर प्रशासन की ओर से सुरक्षा पर्याप्त है लेकिन खुद की गलती से तो आपको कोई नहीं बचा सकता हैं। जिसका ख्याल ज्यादातर टीनएजर्स बिल्कुल नहीं रख रहे हैं।