सोसायटी आखिर कितना नीचे जाएगी?

ऐसा नहीं कि राजधानी पटना में इस तरह की यह पहली घटना है। ये घटनाएं अब यह सोचने के लिए मजबूर करती हैं कि यह सोसायटी आखिर कितना नीचे जाएगी? मासूमों के साथ इतने बेरहम क्यों हो रहे हैं लोग? इसके लिए कौन रिस्पांसिबल है? तमाम कोशिशों के बाद भी कहीं न कहीं जरूर कमी है कि इस तरह की वारदातें लगातार बढ़ रही हैं।

45 गुना बढ़े minor's rape

माइनर गल्र्स से रेप की बढ़ती इंसिडेंट के बारे में स्टेट क्राइम रिकार्ड ब्यूरो का डाटा शॉकिंग है। ब्यूरो के अनुसार 2002 में पूरे बिहार में जहां सिर्फ तीन ऐसे रेप के केस रजिस्टर हुए थे वहीं 2012 में यह फिगर बढ़कर 137 हो गया है। इस बीच वर्ष 2006 में ऐसी 17 घटनाएं हुई थीं, जबकि 2007 में क्राइम ग्राफ वर्टिकल रूप में बढ़कर 110 हो गया। ब्यूरो के डाटा के अकार्डिंग एक दशक में ही माइनर गल्र्स के साथ रेप के केसेज करीब 45 परसेंट बढ़े हैं।

अपने अंदर झांककर देखें

पूरे देश में इस तरह की बढ़ती घटनाओं ने लड़कियों और स्पेशली छोटी बच्चियों की सिक्योरिटी पर बहस छेड़ दी है। पुलिस इंवेस्टिगेशन बताता है कि कई केसेज में फैमिली वालों के साथ रिलेटिव या फ्रेंड्स ही बच्चियों को विक्टिमाइज करते हैं। ऐसी घटनाओं के प्रति पब्लिक सड़कों पर उतर रही है। एक तबका बॉलीवुड को भी सेक्स और वायलेंस बढ़ाने के लिए रिस्पांसिबल मानते हैं। हालांकि बॉलीवुड इससे इत्तेफाक नहीं रखता। ऐड गुरु प्रह्लाद कक्कड़ का कहना है कि फिल्मों में वही दिखाए जाते हैं जो हमारे समाज में होते हैं। फिर फिल्मों में तो हर तरह की चीजें होती हैं ये हम पर डिपेंड करता है कि हम क्या सीखते हैं।

पैरेंट्स भी दोषी हैं?

माइनर्स के अगेंस्ट क्राइम बढऩे के बारे में एजुकेशनिस्ट अर्चना रानी का कहना है कि पैरेंट्स भी इसमें दोषी है। बेटों को गल्र्स एंड वीमेन रेस्पेक्ट नहीं सिखाते। ऐसा इलिटरेसी के कारण भी होता है। मगर जहां एजुकेशन है, वहां लोग ऐसे क्राइम को ना सिर्फ रिपोर्ट करते हैं बल्कि विक्टिम के साथ जस्टिस पाने की लड़ाई भी लड़ रहे हैं, जबकि पहले ऐसे केसेज को सोशल स्टिग्मा समझा जाता था। वहीं सोशियोलॉजिस्ट प्रो। रणधीर कुमार सिंह कहते हैं कि आजकल जब बच्चियां स्कूल भी जाती हैं तो पैरेंट्स प्रेयर करते हैं कि उनकी बच्चियां सुरक्षित घर लौट आएं। ये सब क्राइम इलिटरेट और साइको टाइप के लोग करते हैं।

जब से पटना के एडिशनल कलेक्टर द्वारा अपनी ही बेटी के रेप की खबर आई है हमारे पेशेंट में सिम्पटम बढऩे लगे हैं। हमारे पास कुछ ऐसी महिला साइको पेशेंट हैं जिन्होंने यह न्यूज पढऩे के बाद अपनी ही बेटियों और पति पर शक करना शुरू कर दिया है। फैमिली में पैरेंट्स के बीच रिलेशन अच्छे नहीं रहने से भी सफर तो बच्चे ही करते हैं। ऐसी बच्चियां स्ट्रेस में रहती हैं और किसी के साथ भी हेल्दी रिलेशनशिप मेंटेन नहीं कर पाती। वे इंट्रोवर्ट भी हो जाती हैं जिससे उनके एक्सप्लॉयटेशन के चांसेज और ज्यादा बढ़ जाते हैं।

- डॉ। भावना गुप्ता, साइकोलॉजिस्ट

मेरे पास एक ऐसा केस आया था जिसमें दस साल की एक बच्ची अपने पैरेंट्स के साथ रिलेटिव की शादी में गई थी। वहां उसके कजिन ब्रदर ने उसे सेक्सुअली एब्यूज किया और थ्रेटनिंग भी दी। वहां से लौटने के बाद बच्ची का बिहेवियर चेंज हो गया और उसे रेग्युलर दौरे पडऩे लगे। बहुत कांउसलिंग के बाद बच्ची ने अपने साथ हुई घटना को हमसे शेयर किया। लड़कियों के साथ हुई छोटी-सी घटना भी उसे लाइफलांग हॉन्ट करती है। उसकी पर्सनैलिटी चेंज हो जाती है। मेल के प्रति उनका बिहेवियर नेगेटिव हो जाता है।

- डॉ। प्रतिभा सिंह, साइकोलॉजिस्ट, हिताषी हैप्पीनेस होम

जेंडर सेंसेटाइजेशन सही तरीके से करने की जरूरत है। माइनर गल्र्स के साथ रेप करने वाले, एक छोटी सी बच्ची को भी फीमेल समझते हैं, जबकि उन्हें सिर्फ एक मासूम बच्चा समझा जाना चाहिए। हमलोग बाहर जाते वक्त अपनी गाडिय़ों और मोबाइल को चोरी के डर से लॉक करते हैं, उसी तरह हमें अपने बच्चों की सिक्योरिटी के प्रति भी अलर्ट रहना चाहिए।

- अरविंद पांडेय

आईजी, सीआईडी (वीकर सेक्शन)

कैसे पहचानें क्रिमिनल को

- ऐसे लोग एग्रेसिव और फ्रस्टेटेड होते हैं।

- वे घर या आस-पास के इंवायरमेंट से भी निगेटिव चीजें सीखते हैं।

- वे सैडिस्टिक होते हैं, दूसरों को तकलीफ देकर खुश होते हैं।

- वे किसी भी चीज को तोडऩा या डिस्ट्रॉय करना पसंद करते हैं।  

- वे अपने प्रेजेंस को प्रूव करना चाहते हैं।

- अपने मेल ईगो के कारण वे मैसक्यूनाल्टी दिखाते हैं।

मेंटली सिक है सौरभ

प्रेरणा की हत्या करने वाला सौरभ से पूछताछ के दौरान ही पुलिस को लग गया कि वह मेंटली सिक है। उसने पहले तो प्रेरणा के साथ छेड़छाड़ की, विरोध करने पर उसकी हत्या की। मगर पुलिस के होश तो तब उड़े जब उसने यह खुलासा किया कि प्रेरणा की मौत के बाद भी उसने उसके साथ गलत काम किया। अपनी गर्ल फ्रेंड को भी उसने बुलाया था। पहले प्रेरणा की बॉडी को बैग में बंद कर बेड के नीचे रख दिया था। बाद में उसे पानी की टंकी के नीचे रखा था। सीनियर एसपी मनु महाराज ने बताया कि उस लड़के ने जो किया वह लोगों की गंदी मानसिकता के कारण ऐसा होता है। ऐसे क्राइम को रोकना मुश्किल है। जब घर के लोग, रिलेटिव्स और पड़ोसी ही ऐसी घटनाओं को अंजाम देने लगें तो उसमें पुलिस को भी सोचना पड़ जाता है।

माइनर के साथ हाल में हुई वारदातें

अप्रैल 13 - कंकड़बाग थाना - सात साल की ब'ची के साथ के मकान मालिक के बेटे ने किया रेप।

मई 13 - महिला थाना -डिप्टी कलक्टर पर नाबालिग बेटी ने रेप करने का लगाया आरोप।

जून 13 - जक्कनपुर थाना- इंदिरा नगर में सात साल की ब'ची से छेड़छाड़ के बाद हत्या।