पटना(ब्यूरो)। पानी की किल्लत को लेकर पटना सिटी के खाजेकलां में जमकर बवाल हुआ। गुरहट्टा , अशोक राजपथ के पास जाम लगा रहा और स्थानीय आक्रोशित लोगों ने आगजनी भी की। सुबह 8 बजते -बजते बड़ी संख्या में लोग प्रदर्शन करने के लिए जुट गए थे। दो घंटे तक जाम लगा रहा। इस इलाके में पीने के पानी की भारी किल्लत है और इस बाबत लोगों ने पार्षद को भी पहले ही मामले की शिकायत की थी। लेकिन जब मामले पर कोई संज्ञान नहीं किया गया तो लोग सड़क पर उतर गए। इस प्रदर्शन को स्थानीय निगम पार्षद 59 की नीलम कुमारी और समाजसेवी लड्डू पासवान का पूरा सपोर्ट मिला। लोगों ने कहा कि जब तक उनकी समस्या का हल नहीं होगा, वे विरोध जताते रहेंगे। जानकारी हो कि स्थानीय लोगों को गर्मी के दिनों में परेशानी झेलनी पड़ रही है। उन्हें पानी दूर-दूर से ढोकर लाना पड़ रहा है या खरीदकर पानी पीते हैं।

क्यों हो रही है समस्या
दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने इस मामले को लेकर स्थानीय पार्षद नीलम कुमारी ने बताया कि यहां दो बोरिंग है और पाइप लाइन में गड़बड़ी है। इस मामले को 15 दिन पहले संबंधित अधिकारियों को बताया गया है। लेकिन अधिकारी मामले को सुलझाने के लिए रूचि नहीं ले रहे। इसलिए मजबूरन वार्ड के लोग सड़क पर उतर आए हैं। स्थानीय प्रशासन के मनाने- समझाने के बाद किसी प्रकार अशोक राजपथ से जाम हटाया गया।

पानी साफ भी नहीं आता
स्थानीय पार्षद नीलम कुमारी ने बताया कि बात केवल पानी की किल्लत की नहीं है। जो पानी आता है वह पीने के लिए साथ पानी नहीं है। इस मामले को भी निगम में उठाया गया है। लेकिन अब तक इस मामले पर कोई संज्ञान नहीं किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि आगे भी यही हालात रहे तो फिर से आंदोलन किया जाएगा।

सात हजार आबादी प्रभावित
जानकारी हो कि वार्ड 59 में पानी की किल्लत को लेकर करीब सात हजार की आबादी प्रभावित हो रही है। इस वजह से उनका दैनिक कामकाज प्रभावित हो रहा है। नहाने -धोने से लेकर कई और भी कामकाज प्रभावित हो रहा है। जानकारी हो कि गर्मी की वजह से ग्राउंड वाटर लेवल नीचे जा रहा है। अप्रैल में भी चार अलग-अलग स्थानों पर बोरिंग जल जाने के कारण लोगों को पीने का पानी का संकट हो गया था। करीब 60 हजार आबादी प्रभावित हो गई थी।

वार्ड 51 में भी समस्या
वार्ड 51 में भी बोरिंग की समस्या है। यहां बोरिंग के पाइपलाइन का विस्तार किया जाना बाकी है। बीते वर्ष भी इसी वजह से स्थानीय लोग पानी की समस्या झेलने को मजबूर थे और इस गर्मी भी वार्ड में समस्या रह रही है। बोरिंग का पानी वार्ड में सभी को नहीं मिल रहा है।