PATNA : फौजी और सिपाही दोनों एक-दूसरे के एंटी ग्रुप हैं। दोनों कुख्यात अपराधी होने के साथ ही बड़े बालू माफिया हैं। यही कारण है कि फ्क् जुलाई को वर्चस्व को लेकर दोनों गिरोह के बीच जमकर गोली बारी हुई थी, जिसमें तीन लोगों को गोली भी लगी थी। इस घटना में एक की मौत घटनास्थल पर ही हो गई थी, जो कोईलवर थाना क्षेत्र के पंचरूखिया गांव का निवासी प्रमोद पाण्डेय है। जिसके बाद पुलिस एक्टिव हुई और ऑपरेशन शुरू कर दिया।

लगातार चलेगी छापेमारी

बिहटा थाने में पटना पुलिस ने फौजिया और सिपाही समेत फ्क् अपराधियों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज किया था। अपने एक दिन के इस ऑपरेशन में पटना पुलिस ने फ्क् में से ख्8 को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि फौजिया, इसका भाई कृष्ण दयाल सिंह, उमाशंकर सिंह उर्फ सिपाही और अर्जुन राय अब भी फरार हैं। इन चारों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस का ऑपरेशन लगातार जारी रहेगा।

छापेमारी दल में ये अफसर थे शामिल

पटना एसएसपी मनु महाराज ने कमान संभाल रखी थी। इसके साथ ही पटना के सिटी एसपी वेस्ट सत्य प्रकाश, भोजपुर एसपी क्षत्रनील सिंह, पटना के एएसपी ऑपरेशन अनुपम कुमार, दानापुर के एसडीपीओ राजेश कुमार सहित क्भ्0 की संख्या पुलिस फोर्स इस ऑपरेशन में शामिल थी।