पटना (ब्यूरो)। जैसे-जैसे आस्था का महापर्व छठ नजदीक आता जा रहा है जिला प्रशासन भी घाटों पर व्यवस्था को लेकर अलर्ट दिखाई देने लगा है। गंगा किनारे घाटों पर श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। अधिकारी भी इन तैयारियों की समीक्षा के लिए मीटिंग के साथ ही ग्र्राउंड पर भी विजिट कर रहे हैं। इसी कड़ी में पटना प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल ने छठ घाटों पर श्रद्धालुओं व छठ व्रतियों के लिए सभी आवश्यक सुविधा सुनिश्चित कराने तथा बेहतर प्रबंधन, समन्वय के लिए अधिकारियों व पूजा समिति के प्रतिनिधियों के साथ समाहरणालय सभागार में बैठक की तथा आवश्यक निर्देश दिए। आयुक्त ंने पूजा समिति के प्रतिनिधियों की अपेक्षाएं तथा आवश्यक सुझाव/ समस्या एवं फीडबैक भी प्राप्त किया गया तथा उसका समाधान करने का निर्देश दिया।

वक्त पर कार्य पूरा करने का निर्देश
आयुक्त ने बैठक में छठ घाटों पर छठ व्रतियों के लिए बेहतर प्रबंधन के लिए पूजा समिति के प्रतिनिधियों, जिला प्रशासन एवं नगर प्रशासन के बीच बेहतर समन्वय एवं सहयोग बनाने तथा सक्रिय एवं तत्पर होकर ससमय कार्य पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने पारस्परिक सहयोग एवं समन्वय के लिए आपस में बैठक करने तथा घाटवार स्थिति पर विचार कर कार्य में प्रगति लाने का निर्देश दिया। पूजा समिति को भी अपने सदस्यों के बीच ड्यूटी बांटने तथा जिला प्रशासन से समन्वय बनाने को कहा गया।

लिया गया सुझाव
पूजा समितियों ने घाटों से जुड़े संपर्क पथ को ठीक करने, स्ट्रीट लाइट को ठीक करने, पार्किंग की व्यवस्था करने, अतिक्रमण हटाने, गोताखोर की तैनाती करने, मोबाइल टॉयलेट लगाने, सड़क पर बाइकर्स को नियंत्रित करने के बारे में सुझाव दिए गए। साथ ही नदी के जल स्तर में लगातार कमी को देखते हुए नदी में बैरिकेडिंग अंतिम समय में करने का अनुरोध किया।
डीएम को निर्देश
कमिश्नर ने डीएम को पूजा समिति के सुझाव पर गंभीरता से विचार करने तथा हर संभव सहयोग करने का निर्देश दिया। उन्होंने छठ व्रतियों एवं श्रद्धालुओं के घाट तक आने जाने वाले संपर्क पथ का प्रतिनियुक्त अधिकारियों द्वारा पैदल निरीक्षण करने तथा आवश्यक कार्रवाई करने को कहा। उन्होंने डीएम, एसएसपी को छठ घाटों का निरीक्षण करने तथा घाटों पर सभी आवश्यक सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया ताकि छठ व्रतियों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो।

खतरनाक घाटों की सूची बनाएं
कमिश्नर ने डीएम को अनुमंडल वार खतरनाक घाटों को चिह्नित करने तथा सूची तैयार करने का निर्देश देते हुए वैसे घाटों पर श्रद्धालुओं के आवागमन पर रोक लगाने तथा अघ्र्य पर प्रतिबंध लगाने को कहा। आवागमन एवं वाहनों के सहज , सुगम, सुचारू परिचालन हेतु ट्रैफिक प्लान बनाने तथा स्थानीय स्तर पर प्रचारित कर अनुपालन सुनिश्चित कराने का निर्देश एसपी ट्रैफिक को दिया।

व्यवस्था समय पूर्व करने का निर्देश
कमिश्नर ने सभी संबंधित अधिकारियों को घाट पर साफ सफाई बिजली, पेयजल, शौचालय, चेंजिंग रूम, वाच टावर, पीए सिस्टम आदि की व्यवस्था करने तथा संबंधित अधिकारियों को सक्रिय एवं तत्पर होकर अपने अपने दायित्व का समय पर निष्पादन करने का निर्देश दिया।
घाट पर आतिशबाजी नहीं
घाटों पर विशेषकर युवा वर्ग द्वारा आतिशबाजी की जाती है जिसके कारण छठ व्रतियों एवं श्रद्धालुओं को कठिनाई होती है तथा अप्रिय घटना होने की संभावना रहती है। इसलिए घाटों पर आतिशबाजी नहीं हो, इसका अनुपालन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया।

प्रोटोकॉल का रखें ध्यान
घाट पर कोविड मानक का पालन कराने के लिए मास्क, सैनिटाइजर का अनिवार्य प्रयोग करने का निर्देश देते हुए आयुक्त ने कहा कि कोविड का खतरा अभी समाप्त नहीं हुआ है, इसलिए लोगों को अपनी सुरक्षा के लिए सतर्क एवं सजग रहना है। घाटों पर अधिक भीड़ भाड़ नहीं लगाया जाए। पर्व त्यौहार को देखते हुए बाहर से काफी संख्या में लोग अपने घर आ रहे हैं। उनका कोविड टेस्ट एवं टीकाकरण की प्रभावी मॉनिटरिंग करने का निर्देश दिया गया।

वरीय अधिकारी रहे उपस्थित
बैठक में डीएम पटना डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह, एसएसपी पटना उपेंद्र कुमार शर्मा, नगर आयुक्त पटना हिमांशु शर्मा, उप विकास आयुक्त रिची पांडे, पुलिस अधीक्षक ट्रैफिक डी अमरकेश, अपर समाहर्ता राजस्व राजीव श्रीवास्तव, अपर समाहर्ता आपदा संतोष कुमार झा सहित कई अन्य अधिकारी एवं पूजा समिति के प्रतिनिधिगण मौजूद थे।