PATNA : कार की सर्विसिंग और उसकी देखरेख को लेकर आप लापरवाह हैं तो सावधान हो जाइए। आपकी एक चूक बड़ी तबाही मचा सकती है। खासकर पुरानी कारों को लेकर तो और एहतियात बरतने की जरुरत है। शुक्रवार को बेली रोड पर जू के पास एक चलती कार आग का गोला बन गई। कार में सवार तो बाल-बाल बच गए लेकिन ये घटना अन्य कार स्वामियों के लिए सबक है। क्योंकि इसके पूर्व में कई ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं जिसकी जांच पड़ताल में पता चला कि शार्ट सर्किट और वाहन चालकों की मनमानी से घटनाएं हुई हैं।

मच गई भगदड़

शुक्रवार की सुबह बेली रोड पर जा रही एक तेज रफ्तार कर जू के पास पहुंची ही थी कि अचानक जलने लगी। चालक की तत्परता से किसी तरह से कार को रोक दिया गया और उसमें सवार लोग जान बचाकर भागे। मारुति 800 कार को जलता देख वहां भगदड़ मच गई। वहां से आने जाने वाले वाहन स्वामी रुक गए और काम की टैंक ?लाट करने के डर से दूरी बना लिए। काफी देर तक कार के आस पास लोग नहीं गए। वह डर रहे थे कि कहीं तेल की टैंक फटने से और बड़ी घटना न हो जाए।

तो मिली राहत

आस पास के लोगो के कार जलने की सूचना फायर विभाग को दी। थोड़ी ही देर में दमकल की गाड़ी पहुंच गई और जवानों ने आग पर काबू पा लिया लेकिन तब तक काल जल चुकी थी। पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है। कार में आग क्यों लगी और कहीं कोई ज्चलनशील पदार्थ तो नहीं ले जाया जा रहा था। चलती कार में आग की ये पहली घटना नहीं है इसके पूर्व भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं। तीन माह पूर्व पटना सिटी में एक कार में आग लगी गई जिससे सवार लोग बाल बाल बचे थे। दो माह पूर्व पीएमसीएच के पास भी एक कार में अचानक आग लग गई थ्री, लेकिन किसी के जान माल को क्षति नहीं हुई।

पुलिस कराती है जांच

परिवहन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वाहनों में आग लगने के मामलों की जांच पुलिस कराती है। एमबीआई द्वारा इसकी पूरी पड़ताल की जाती है कि आग लगने का कारण क्या था। इस मामले में भी पुलिस को वाहन से संबंधित जांच कराना होगा। पुलिस पदाधिकारियों का कहना है कि जांच पड़ताल कराकर स्थित साफ करना होता है कि आग का कारण क्या है।

इन बिंदुओं पर बरतें सावधानी

कार की नियमित सर्विसिंग कराएं

रेडिवाटर की लीकेज के साथ कूलेंट की भी जांच करते रहे

कार में इलेक्ट्रिक वायरिंग को भी चेक कराते रहे

कार की वायरिंग में तारों के जोड़ से बचें

खुले तारों पर टेप लगाकर ही छोड़े

बैट्री से संबंधित तारों को लेकर सवाधनी बरतें

पुराने तार अक्सर कार की बॉडी से टचकर कट जाते हैं

इससे स्पार्किंग का खतरा बढ़ जाता है

रेडिवाटर और कूलेंट में कमी होने से भी इंजन तेजी से गर्म होता है

कार की मीटर में लगा हीट इंटीकेटर पर नजर रखें

पंखी के चलने की भी जानकारी लेते रहें

कार अधिक गर्म हो तो एसी का इस्तेमाल नहीं करें

एसी चलाने के दौरान कार और तेजी से गर्म होता है

कार की इंजन फैन के ऑटोकट की भी जांच पड़ताल कराते रहें

कार में आग मैकेनिकल खराबी के कारण लगती है। वाहन चालक की लापरवाही से ही ऐसी घटनाएं होती हैं। समय से वाहनों की सर्विसिंग हो और वायरिंग को लेकर विशेष सावधानी बरती जाए और ओवर हीट से बचा जाए तो आग की संभावना नहीं के बराबर होती है। पुरानी गाडि़यों में आग का खतरा अधिक होता है।

- सुरेंद्र झा, डीटीओ पटना