PATNA : सोमवार को राजधानी पटना समेत आस-पास के इलाकों में जमकर बारिश होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। सुबह आठ बजे से शाम तक क्7.क् मिलीमीटर बारिश रिकार्ड किया गया। इसके साथ ही न केवल अधिकतम तापमान में कमी आयी बल्कि नमी भी बीते ख्ब् घंटे में 77 प्रतिशत से बढ़कर 97 प्रतिशत हो गया। पश्चिमी भागों की तुलना पूर्वी भागों में ज्यादा बारिश दर्ज की गई। पिछले ख्ब् घंटो से बंगाल की खाड़ी के नार्थ वेस्ट एरिया में लो प्रेशर बनने और मानसून ट्रफ के बिहार में प्रवेश करने से बारिश हुई है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक अगले दो दिनों भारी बारिश की संभावना जतायी गई है।

इन इलाकों में होगी बारिश

अगले ब्8 घंटों में दक्षिण पश्चिमी मानसून और नार्थ वेस्ट बिहार के जिलों में सामान्य से भारी बारिश का अनुमान है। बिहार की तुलना में बीते दो दिनों में अधिक बारिश रिकार्ड किया गया हैं। मौसम विभाग ने बताया कि सोमवार मानसून ट्रफ भागलपुर के पास था जो कि आगे बढ़ते हुए गया के पास पहुंच गया। बिहार के कई हिस्से लो प्रेशर के सेंटर बने हुए हैं।

अगस्त से ज्यादा सितंबर में बारिश

बीते माह अगस्त में औसत से कम बारिश हुई है। सिर्फ ख्म् अगस्त को क्क्.ख् मिलीमीटर बारिश रिकार्ड किया गया था। इसके बाद अभी क्7.क् मिलीमीटर बारिश रिकार्ड किया गया। मौसम विशेषज्ञों ने बताया कि अभी मानसून बिहार में सक्रिय है। यदि इस माह बारिश अच्छी हो जाए तो इस सीजन में जितनी कम बारिश हुई है वह सामान्य हो जाएगा।

कई इलाकों में जलभराव

राजधानी पटना, विशेषकर निचले इलाकों में जलभराव होने से यातायात काफी प्रभावित रहा। बच्चों को स्कूल से लौटने और ऑफिस के दूसरे शिफ्ट के समय लौटने के लिए परेशानी हुई। चिरैंयाटाड, कंकड़बाग, सालिमपुर अहरा, राजेंद्र नगर, काजीपुर, सैदपुर, मुसल्लापुर, स्टेशन रोड, एग्जीबिशन रोड आदि इलाकों में सड़कों एवं नालों पर काफी जलभराव रहा।

अभी भी कई जिलों में कम हुई बारिश

पटना में अब तक की बारिश की स्थिति पर नजर डाला जाए तो करीब फ्ख् प्रतिशत बारिश कम हुई है जबकि पूरे प्रदेश में क्8 प्रतिशत कम बारिश हुई है। शिवहर, सीतामढ़ी, अररिया, अरवल, जमुई, किशनगंज, रोहतास को छोड़कर अन्य जिलों में नार्मल से कम बारिश हुई है। सबसे अधिक कम बारिश वाले जिलों में शिवहर, सीतामढ़ी, मुंगेर, गोपालगंज में नार्मल से बहुत कम बारिश है। इन जिलों में अब तक सामान्य से ब्0 प्रतिशत कम बारिश हुई है।