पटना (ब्यूरो)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को पटना मेट्रो रेल परियोजना के भूमिगत कार्य का आरंभ किया। जमीन में 82 फीट गहरे गड्ढे में डी वाल केज को भीतर डालकर इसे शुरू किया गया। इस योजना की लागत 1989 करोड़ रुपए है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि काम को लक्षित समय में तेजी से पूरा करें। पैसे की किसी भी प्रकार की कमी नहीं होने दी जाएगी और सरकार हरसंभव सहयोग करेगी। पटना मेट्रो रेल का निर्माण कार्य जल्द पूरा होने से लोगों को आवागमन में काफी सहूलियत होगी।

शिलापट्ट का किया अनावरण

मुख्यमंत्री ने भूमिगत परियोजना के तहत मोईनुल हक स्टेडियम के समीप शिलापट्ट का अनावरण किया। इस मौके पर नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर तथा पटना मेट्रो रेल कारपोरेशन के निदेशक दलजीत ङ्क्षसह ने मेट्रो रेल परियोजना के कार्य, एलायनमेंट, इसके प्रारूप, योजना के अवयव एवं कार्य प्रगति के संबंध में जानकारी दी। पटना मेट्रो रेल परियोजना के अंतर्गत छह भूमिगत मेट्रो स्टेशन -राजेंद्र नगर, मोईनुल हक मेट्रो स्टेशन, यूनिवर्सिटी स्टेशन, पीएमसीएच मेट्रो स्टेशन, गांधी मैदान मेट्रो स्टेशन व आकाशवाणी मेट्रो स्टेशन हैं। इस कारिडोर की कुल लंबाई 8.08 किमी है।

स्टेडियम परिसर में किया पौध रोपण

अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि पटना मेट्रो के एलिवेटेड भाग का आरंभ प्रॉयरिटी कारिडोर के रूप में किया गया था। वर्तमान इस पर काम प्रगति मे है। इस मौके पर पटना मेट्रो रेल परियोजना की ओर से मुख्यमंत्री के समक्ष कार्ययोजना पर एक फिल्म भी दिखाई गई। मुख्यमंत्री ने मोईनुल हक स्टेडियम परिसर में अशोक पौधे का रोपण भी किया। पत्रकारों से बातचीत के क्रम में उन्होंने कहा कि मेट्रो रेल ओवर ग्राउंड काम को भी मैंने कई बार देखा है। अधिकारियों को इस संबंध में सारी जरूरी बातें बता दी गई हैं। हमलोगों का लक्ष्य है कि पटना मेट्रो रेल का काम तेजी से पूरा हो। इस मौके पर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त परामर्शी मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डा। एस सिद्धार्थ , सचिव अनुपम कुमार तथा मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल ङ्क्षसह भी मौजूद थे।