पटना (ब्यूरो)। कोरोना को लेकर कंकड़बाग प्राइमरी हेल्थ सेंटर (पीएचसी) पर भारी लापरवाही बरती जा रही है। यहां एक ही जगह कोरोरान जांच के लिए सैंपल और बच्चों का टीकाकरण किया जा रहा है। ऐसी स्थिति में स्वस्थ्य बच्चे भी संक्रमित हो सकता हैं। यहां आने वाले कई पेशेंट और उनके परिजनों की ओर से शिकायत मिल रही थी कि इस पीएचसी में कोविड सेफ्टी को लेकर रूल्स मेंटेंन नहीं किए जा रहे हैं। इसकी पड़ताल करने के लिए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम कंकड़बाग स्थित पीएचसी पहुंची और हालात का जायजा लिया।

12 बजे के बाद सैंपल नहीं
कंकड़बाग ऑटो स्टैंड के पास स्थित पीएचसी में अगर आप कोविड जांच कराने को जा रहे हैं तो बेशक जाइए मगर दोपहर के 12 बजे से पहले। क्योंकि 12 बजते ही यहां के मेडिकल स्टाफ सैंपल लेना बंद कर देते हैं। रिपोर्टर द्वारा पूछने पर वहां के स्टाफ ने बताया कि प्रभारी के आदेश के अनुसार ही काम करते हैं। प्रभारी राज कुमार चौधरी यहां कभी मिलते ही नहीं है। ऐसे में सबसे अधिक समस्या कोविड जांच कराने वाले लोगो को हो रही है।

गंदगी से पटा है पूरा परिसर
पीएचसी कंकड़बाग जहां कोविड जांच के सैंपल लिया जा रहा है, वहां के आसपास का एरिया गंदगी से पटा है। परिसर में कई जगह मेडिकल वेस्ट गिरे मिल जाएंगे। ऐसे में स्वस्थ लोग भी यहां आकर बीमार पड़ जाते हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि साफ -सफाई को लेकर कई बार शिकायतें भी हो चुकी है। मगर सुनने वाला कोई नहीं है।

हो सकता है बड़ा हादसा
कंकड़बाग स्थित पीएचसी में इलाज कराने के लिए आने वाले लोगों के साथ कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। हाउसिंग बोर्ड के जिस भवन में पीएचसी चल रहा है वह वर्षों से बिना किसी मरम्मत के कारण यह खंडहर में तब्दील हो गया है। खिड़की-दरवाजे कहने को हैं। छह कमरे में से केवल दो कमरा ही उपयोग लायक बचा है। इसकी हालत भी खराब है। बिल्डिंग में वर्षों से मुख्य गेट भी नहीं है। पीएचसी में काम करने वाले मेडिकल स्टाफ का कहना है कि अपने पैसे से गेट लगाने की कोशिश की थी, लेकिन स्थानीय निवासी बांस उठा कर ले गए।

टॉयलेट भी नहीं
दोपहर 12 बजे के बाद कोविड जांच बंद करने सवाल पर कर्मचारियों ने बताया कि विभाग की ओर से नियम तो बना दिया जाता है। मगर धरातल पर क्या परेशानी है इसे देखने के लिए कोई नहीं आता है। कर्मचारियों ने बताया कि यहां पर लेडिज कर्मचारी भी काम करती हैं। इसके बावजूद विभाग की ओर टॉयलेट की व्यवस्था नहीं की गई है। जो शौचालय पहले से है, वह उपयोग करने लायक नहीं है। भवन की स्थिति के संबंध में प्रभारी ने कई बार सिविल सर्जन कार्यालय और जिला स्वास्थ्य समिति को लिखा गया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

ऐसा नहीं है कि दोपहर 12 बजे तक ही कोविड जांच होगा। मैं पता करवा लेती हूं। जो भी जांच के लए आए हैं सबका जांच किया जाएगा।
- डॉ। विभा कुमारी , सिविल सर्जन पटना