-राज्य में विकास कार्यो के साथ-साथ अन्य योजनाओें में भी है बैंकों की महत्वपूर्ण भूमिका, लोगों का बैंकों पर है पूरा भरोसा

PATNA:राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी की 76वीं बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि ऋण-जमा अनुपात (सीडी रेशियो) को बैंक बढ़ाएं। उसे राष्ट्रीय लक्ष्य तक लाने की कोशिश करें। वार्षिक साख योजना (एसीपी) में जो लक्ष्य तय किए गए हैं, उसे पूरा किया जाए। बिहार के लोगों का पैसा विकसित राज्यों में चला जाता है। इसे बिहार में लगाएं। बिहार के लोगों को बैंकों पर पूरा भरोसा है, इस कारण वे अपना पैसा बैंकों में रखते हैं। हाल यह है कि कुछ राज्यों का सीडी रेशियो तो सौ फीसद तक है। राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी की बैठक में उन्होंने यह बात कही। वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से वे बैठक में जुड़े थे।

बैंकों का सहयोग जरूरी

सीएम ने कहा कि एमएसएमई के क्षेत्र में काफी संभावनाएं हैं। इसे बढ़ावा देने के लिए बैंकों का सहयोग जरूरी है। विकास कार्यो के साथ-साथ अन्य योजनाओें में भी बैंकों की महत्वपूर्ण भूमिका है।

एमएसएमई में संभावनाएं

सीएम ने कहा कि वर्ष 2020-21 में वार्षिक साख योजना का लक्ष्य एक लाख, 54 हजार पांच सौ करोड़ रखा गया था, जिसका 87.86 प्रतिशत खर्च किया गया। अगले वर्ष के लिए वार्षिक साख योजना का लक्ष्य एक लाख, 61 हजार, पांच सौ करोड़ रुपये है। उम्मीद है कि इस लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में बैंक कदम उठाएंगे। उन्होंने कहा कि सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) के क्षेत्र में बिहार में काफी संभावनाएं हैं। इस क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए बैंकों का सहयोग जरूरी है। अगले वर्ष की वार्षिक साख योजना में एमएसएमई सेक्टर के लिए 35 हजार करोड़ का लक्ष्य रखा गया है। मेडिकल के क्षेत्र में ऑक्सीजन की उपलब्धता को बढ़ाने के लिए काम किए जा रहे हैं। इथेनाल के उत्पादन के लिए कई प्रस्ताव आ रहे हैं।