-सीएम बोले, गुरु का त्याग, बलिदान व सेवा अनूठी मिसाल

PATNA: दशमेश गुरु गुरु गो¨वद सिंह के 352वें प्रकाशोत्सव पर सीएम नीतीश कुमार ने विश्व में सिखों के दूसरे तख्तश्री हरिमंदिर पटना साहिब में मत्था टेक गुरुघर का आशीष लिया। जत्थेदार ज्ञानी इकबाल सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सिरोपा देकर सम्मानित करते हुए कहा कि सिख धर्म में त्याग का विशेष महत्व है। नवें गुरु तेग बहादुर अपने परिवार की बलि दे दिया। इस कारण दशमेश गुरु को सरवंशदानी कहा जाता है। दुनिया में टकराव से मुक्ति के लिए, मानवता को सु²ढ़ करने के लिए दशमेश गुरु के विचारों से अवगत होना पड़ेगा। नई पीढ़ी को त्याग के संदेश को ठीक ढंग से जानना होगा। शांति का संदेश नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्त्रोत साबित होगा। सीएम ने कहा कि मेरी प्रशंसा की कोई जरूरत नहीं है। यह तो गुरु की कृपा है कि हमलोगों को सेवा का मौका मिला है। गुरु ने हमें फर्ज का एहसास कराया, ऐसे में सेवा हमारा दायित्व है।

मन से गरीब नहीं है बिहार

सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार गरीब प्रदेश है लेकिन हमलोग मन से और वैचारिक ²ष्टि से गरीब नहीं हैं। हम चाहते हैं कि इसी तरह का भाईचारा का वातावरण बना रहे। बिहार सरकार व बिहार की जनता की ओर से श्रद्धालुओं का सीएम ने अभिनंदन किया। सीएम ने गो¨वद प्रकाश पुस्तक व कैलेंडर का विमोचन किया।